इमरान खान ने पाकिस्तान को भगवान भरोसे छोड़ा, कहा - कोरोना से बचे, तो भूख ले लेगी जान

पाकिस्तान (Pakistan) में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमित लोगों की संख्या 650 से ज्यादा हो गई है वहीं इस वायरस से 4 लोगों की जान जा चुकी है। लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान अभी भी सुस्त रवैया अपनाए हुए है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर दो टूक कह दिया है कि देश में पूरा लॉकडाउन नहीं किया जाएगा। देश के नाम संबोधन में खान ने साफ कहा है कि पाकिस्तान क्षमता नहीं है कि लॉकडाउन लगाकर एक दिन के लिए पूरे देश को घर पर खाना दिया जा सके। बता दे, पाकिस्तान में घनी आबादी वाले शहरों को लॉकडाउन करने से पीएम पहले भी इनकार कर चुके हैं। उनका कहना है कि देश की एक-चौथाई आबादी गरीबी में रहती है और अगर लॉकडाउन किया गया तो ये लोग कोरोना वायरस से भले ही बच जाएं, भूख से नहीं बच सकेंगे।

उनका कहना है कि पाक के हालात इटली जैसे देशों की तरह होते तो वह पूरा लॉकडाउन लगा देते। पीएम पहले भी यह कह चुके हैं कि यूरोपीय देशों के लिए यह करना आसान है लेकिन पाक की इकॉनमी नाजुक हालत में है और लॉकडाउन की स्थिति में देश को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।

लोगों को दी यह नसीहत

इमरान खान (Imran Khan) ने लोगों को यह नसीहत तक दे डाली है कि वे अपना बचाव खुद करें और सेल्फ-क्वॉरंटीन हो जाएं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे खुद को लॉकडाउन की ओर ले जाएं और सेल्फ-क्वॉरंटीन करें क्योंकि अपना बचाव लोगों की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा है कि पैनिक फैलना कोरोना वायरस से ज्यादा खतरनाक है। पाक पीएम ने लोगों से उन पर भरोसा करने की अपील की और विश्वास दिलाया है कि उनकी टीम इस मामले पर पूरा ध्यान दे रही है।

सिंध में खराब हालात को देखते हुए सेना को बुलाना पड़ा है और माना जा रहा है कि जल्‍द ही यहां पूरा लॉकडाउन किया जा सकता है। सिंध प्रांत की राजधानी कराची में कोरोना के संक्रमण के 105 से ज्‍यादा मामले सामने आए हैं। विशेषज्ञों का अनुमान है कि यह तो बस शुरुआत है, अगर पाकिस्‍तान में इसी तरह से कोरोना का प्रसार होता रहा तो इस साल जून महीने तक दो करोड़ लोग पाकिस्‍तान में कोरोना से संक्रमित हो सकते हैं।