घटना हुई, लेकिन यह उतनी बड़ी नहीं थी..., महाकुंभ भगदड़ पर हेमा मालिनी का अजीबोगरीब बयान

महाकुंभ में भगदड़ पर यूपी सरकार को लेकर विपक्ष लगातार हमला बोल रहा है, वहीं बीजेपी स्थिति को नियंत्रित करने में लगी हुई है। जब मथुरा से बीजेपी सांसद हेमा मालिनी से महाकुंभ में भगदड़ के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने इसे कोई बड़ी घटना मानने से इंकार किया। उन्होंने कहा कि इस घटना को बहुत बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जा रहा है।

न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए हेमा मालिनी ने कहा, हम भी कुंभ में गए थे, और अच्छे से स्नान किया था। हां, घटना हुई, लेकिन यह उतनी बड़ी नहीं थी। मुझे नहीं लगता कि यह इतना बड़ा मामला है, इसे बढ़ा-चढ़ाकर बताया जा रहा है। स्थिति को अच्छे से संभाल लिया गया। बहुत अधिक भीड़ आ रही थी, इसलिए उसे मैनेज करना मुश्किल हो रहा था।

जब उनसे पूछा गया कि अखिलेश यादव ने महाकुंभ में सेना लगाने की बात कही है, तो हेमा मालिनी ने कहा, यह उनका काम है ऐसा कहना। हम इसे बहुत अच्छे से संभाल रहे हैं। इतनी बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं, तो उन्हें मैनेज करना कठिन हो जाता है।

वहां सब ठीक है, इसीलिए पीएम जा रहे हैं: हेमा मालिनी

जब मथुरा से बीजेपी सांसद हेमा मालिनी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महाकुंभ में स्नान करने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री वहां जाएंगे क्योंकि सब कुछ ठीक है। उन्होंने इसे सामान्य प्रक्रिया बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री का महाकुंभ में जाना इस बात का संकेत है कि वहां कोई बड़ी समस्या नहीं है।

महाकुंभ भगदड़ को लेकर यूपी सरकार पर हमलावर हैं अखिलेश यादव

महाकुंभ में मची भगदड़ को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी सरकार की निंदा की। उनका कहना था कि सरकार ने सही तरीके से व्यवस्था नहीं की, इसलिए कुंभ की सुरक्षा और व्यवस्था अब सेना को सौंप देनी चाहिए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि डिजिटल कुंभ का आयोजन करने वाले मृतकों के आंकड़े तक नहीं दे पा रहे हैं और यह भी पता नहीं चल पाया कि लाशें कहां फेंकी गईं।

अखिलेश यादव ने कहा, मुख्यमंत्री ने मृतकों को श्रद्धांजलि तक नहीं दी और घटना को छिपाने में लगे रहे। महाकुंभ में पुण्य कमाने आए लोग अपनों के शव लेकर लौटे। उन्होंने इस मामले में सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की और दोषियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की भी मांग की।

मौनी अमावस्या पर हुई 30 लोगों की मौत


प्रयागराज महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या के दिन करोड़ों श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचे थे। देर रात करीब एक बजे मची भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की जान चली गई। इस दुर्घटना में 90 से ज्यादा लोग घायल हुए, जिनका इलाज अस्पताल में जारी है।