कुम्भ मेला 2019 : तैयारियों के बीच सामने आई हादसे की खबर, हेलीपोर्ट बिल्डिंग का हिस्सा गिरा, बचाव कार्य जारी

प्रय़ागराज में 14 जनवरी से शुरू होने वाले कुंभ मेले की तैयारी जोरो-शोरों से चल रही है। इन तैयारियों के बीच एक हादसे की खबर सामने आई है। दरहसल, बुधवार (10 जनवरी) देर रात कुंभ मेले की तैयारी को लेकर बनाया जा रहा हेलीपोर्ट बिल्डिंग का एक हिस्सा गिर गया। इस हादसे में दो मजदूरों के दबे होने की जानकारी मिल रही है। प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है। बता दे, प्रयागराज में कुंभ मेले के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो इसके लिए प्रशासन द्वारा हेलिकाप्टर सुविधा देने के लिए हेलीपोर्ट का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा इस हेलीपोर्ट पर वीवीआईपी गेस्ट के हेलिकाप्टरों की पार्किंग भी जानी है। इस हादसे की जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने बताया कि हेलीपोर्ट का हिस्सा गिरने की खबर मिलते ही मौके पर पहुंचे बचाव टीम ने दोनों मजदूरों को बाहर निकाल लिया है। दोनों को नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां पर उनका इलाज चल रहा है।

योगी आदित्यनाथ खुद इस कुंभ मेले की तैयारियों का जायजा कई बार ले चुके हैं

बता दें कि इस बार कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी न हो इसके लिए प्रशासन द्वारा कई सारी तैयारी की जा रही है। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ खुद इस कुंभ मेले की तैयारियों का जायजा कई बार ले चुके हैं। हर बार की इस बार भी कुंभ में कई प्रदेशों की नामी हस्तियों के साथ कई देशों के गणमान्य लोग भी मौजूद रहेंगे।

वाराणसी और प्रयागराज के बीच एयरबोट सेवा

सरकार कुंभ मेले के लिए 26 जनवरी से वाराणसी और प्रयागराज के बीच एयरबोट सेवा आरंभ करेगी। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को इसकी जानकारी दी।

गंगा से जुड़े शहरों में ठोस अपशिष्ट पर निगम आयुक्तों की कार्यशाला को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा, " यह रूस की तकनीक है। एयरबोट में एक वाहन का इंजन लगा होगा जो एक बार में 16 लोगों को ले जा सकेगी। यह एयरबोट 80 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चल सकेगी।"

अगर आप प्रयागराज कुम्भ में नहीं जा पा रहे है तो आप इन 6 कार्यों की मदद से इसका पुण्य पा सकते है। तो आइये जानते हैं उन कार्यों के बारे में...

* प्रतिदिन हल्दी मिले बेसन से स्नान करने के पश्चात्य सुबह-शाम संध्यावंदन करते समय भगवान विष्णु का ध्यान करें और निम्न मंत्र-क्रिया से स्वयं को पवित्र करें। संध्यावंदन का मंत्र : "ॐ अपवित्रः पवित्रो वा सर्वावस्थांगतोऽपि वा। यः स्मरेत पुण्डरीकांक्ष से बाह्याभ्यंतरः शुचि।"

* हाथ में नारियल, पुष्प व द्रव्य लेकर यह मंत्र पढ़ें। इसके बाद आचमन करते हुए गणेश, गंगा, यमुना, सरस्वती, त्रिवेणी, माधव, वेणीमाधव और अक्षयवट की स्तुति करें। इस मंत्र से आचमन करें- "ॐ केशवायनमः ॐ माधवाय नमः ॐ नाराणाय नमः" का जाप करें।

* जब तक कुंभ चल रहा हैं तब तक प्रतिदिन एक वक्त का सादा भोजन करें और मौन रहें।

* आप किसी योग्य व्यक्ति को दान दे सकते हैं। दान में अन्यदान, वस्त्रदान, तुलादान, फलदान, तिल या तेलदान कर सकते हैं।

* गाय, कुत्ते, पक्षी, कव्वा, चींटी और मछली को भोजन खिलाएं। गाय को खिलाने से घर की पीड़ा दूर होगी। कुत्ते को खिलाने से दुश्मन आपसे दूर रहेंगे। कव्वे को खिलाने से आपके पितृ प्रसंन्न रहेंगे। पक्षी को खिलाने से व्यापार-नौकरी में लाभ होगा। चींटी को खिलाने से कर्ज समाप्त होगा और मछली को खिलाने से समृद्धि बढ़ेंगी।

* आप संकल्प लें- किसी किसी भी तरह के व्यवसन का सेवन नहीं करूंगा, क्रोध और द्वेष वश कोई कार्य नहीं करूंगा, बुरी संगत और कुवचनों का त्याग करूंगा और सदा माता-पिता व गुरु की सेवा करूंगा।