प्रशांत किशोर अब ममता बनर्जी के लिए करेंगे काम, आज कोलकाता में हुई मुलाकात

लोकसभा चुनाव के मिले निराशाजनक परिणाम के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने विधानसभा चुनाव के लिए अपनी कमर कस ली है। 2021 में बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए ममता बनर्जी और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) में डील हुई है। प्रशांत किशोर (Prashant Kishor News) अब ममता बनर्जी के लिए चुनावी रणनीति बनाएंगे। आज कोलकाता में प्रशांत किशोर और ममता बनर्जी के बीच मुलाकात में हुई, प्रशांत किशोर ने खबर की पुष्टि की है। वे करीब एक महीने बाद टीएमसी के लिए रणनीति बनाने का काम शुरू करेंगे। वे अपनी चुनावी रणनीति पर काम करने वाले संस्था इंडियन पॉलीटिकल एक्शन कमिटी (IPAC)के जरिए ममता बनर्जी के लिए चुनावी रणनीति बनाने का काम करेंगे। हाल ही में हुए आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर ने जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वायएसआर कांग्रेस के लिए काम किया था। इस चुनाव में जगन मोहन को शानदार सफलता मिली और वे मुख्यमंत्री बन गए।

कौन हैं प्रशांत किशोर?

प्रशांत किशोर बड़े चुनावी रणनीतिकार हैं, बीजेपी, कांग्रेस, जेडीयू के लिए काम कर चुके हैं। 8 साल संयुक्त राष्ट्र में हेल्थ एक्सपर्ट रह चुके प्रशांत किशोर को पीके नाम से भी जाना जाता है। जंग का मैदान कितना भी बड़ा हो प्रशांत किशोर हमेशा पर्दे के पीछे से रहकर ही भूमिका निभाई है। 2012 में पहली बार गुजरात विधानसभा चुनाव में मोदी के लिए रणनीति बनाई।

2013 में सिटीजन फॉर अकाउंटबेल गवर्नेंस नाम की संस्था बनाई। 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को पीएम बनाने में अहम भूमिका निभाई। सोशल मीडिया कैंपन, चाय पर चर्चा, 3 डी प्रचार, रन पर यूनिटी से मोदी की मदद की।

2015 में जेडीयू के साथ आए, बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार की मदद की। 'बिहार में बहार हो, नीतीशे कुमार हो' जैसे नारे गढ़े और नीतीश के नेतृत्व में जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस महागठबंधन की सरकार बनी। 2016 में नीतीश कुमार ने बिहार विकास मिशन का अध्यक्ष बनाया। 2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत में अहम भूमिका निभाई। प्रशांत किशोर ने 2017 में उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के लिए रणनीति तैयार की थी। हालांकि उसे कोई खास सफलता नहीं मिली।