'चंद्रयान 2' की कामयाबी पर क्रेडिट लेने के लिए आपस में भिड़ी राजनीतिक पार्टियाँ

चंद्रयान-2 (Chandrayaan-2) सोमवार दोपहर अपने तह समय 2:43 बजे चांद पर शोध के लिए रवाना हुआ और कुछ ही मिनटों बाद पृथ्वी की कक्षा में पहुंच गया। इसरो ने इसे 44 मीटर लंबे और लगभग 640 टन वजनी जियोसिंक्रोनाइज सैटेलाइट लांच व्हीकल- मार्क तृतीय (जीएसएलवी-एमके तृतीय-एम1) से लॉन्‍च किया है। इस रॉकेट को बाहुबली कहा जा रहा है। इस रॉकेट और चंद्रयान-2 की कीमत 978 करोड़ रुपये है। श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से अंतरिक्ष यान चंद्रयान-2 (Chandrayaan-2) को लॉन्‍च कर भारत ने दुनिया को अपने दमखम का परिचय दिखाया है। चांद और पृथ्वी के बीच में 3,84,000 KM की दूरी है। इस दूरी को पूरा करने में यान को कुल 48 दिन लगेंगे। चंद्रयान 2 के चांद पर उतरने के साथ ही ऐसा करने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बन जाएगा। वैज्ञानिकों की कामयाबी पर देश को गर्व है लेकिन देश के नेता इस कामयाबी की क्रेडिट लेने के लिए आपस में भिड़ रहे हैं।

कांग्रेस ने क्या कहा?

चंद्रयान 2 के प्रक्षेपण के फौरन बाद कांग्रेस ने ट्वीटर पर कहा कि इसरो की नींव देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने रखी थी। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा, ''चंद्रयान2 के सफल प्रक्षेपण के लिए इसरो टीम को बधाई।'' कांग्रेस ने आगे लिखा, 'यह भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के उस दूरदर्शी कदम को याद करने का समय है जिसके तहत 1962 में आईएनसीओएसपीएआर के जरिये अंतरिक्ष अनुसंधान का वित्तपोषण हुआ था जो कि बाद में इसरो बना।'

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के मशहूर 'ट्रिस्ट विथ डेस्टिनी' भाषण का हवाला देते हुए ट्वीट किया, 'भारत की 'ट्रिस्ट विथ डेस्टिनी' चंद्रयान-2 के सफल प्रक्षेपण के साथ जारी है। ये वो निर्णायक क्षण हैं जो हमें एक महान देश बनाते हैं।' उन्होंने कहा, 'इसरो के सभी वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष इंजीनियरों को बधाई जिन्होंने 130 करोड़ भारतीयों को गौरवान्वित करने के लिए दिन-रात मेहनत की।'

बीजेपी ने क्या कहा?

बीजेपी ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि सभी भारतीय नागरिकों को गौरवान्वित करने वाली इस उपलब्धि पर राजनीति करना दुखद है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्विटर पर तंज करके दिया। गिरिराज सिंह ने लिखा, 'देश को याद दिलाने का सही समय है, चांद की खोज भी कांग्रेस ने ही की थी।' हालांकि बाद में गिरिराज सिंह ने अपना ट्वीट डिलीट भी कर दिया।

इसके बाद बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि ऐसी कामयाबी को राजनीति के दायरे में लाना गलत है। संबित पात्रा ने कहा, 'यह बहुद दुखद है। यह हर भारतीय के लिए गौरव का क्षण है और इसे राजनीति दायरे में नहीं लाना चाहिए।'उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ''जब भविष्य में कोई नेतृत्व नहीं दिखाई देता तो अपने आप को प्रासंगिक रखने के लिए अतीत में झांकने का चलन है। दुखद है कि कांग्रेस के साथ यही हो रहा है।'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी बधाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भी इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन यानी ISRO को चंद्रयान-2 की सफल लॉन्चिंग पर बधाई दी। ISRO ने सोमवार दोपहर 2:43 बजे श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-2 को लॉन्च किया। जिसके बाद ट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री ने बधाई दी। उन्होंने लिखा कि चंद्रयान 2 की सफल लॉन्चिंग पर पूरे देश को गर्व है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट करते हुए अपनी दो तस्वीरें भी साझा की, जिसमें चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग को लाइव टीवी पर देख रहे हैं। उन्होंने लिखा कि ये पल 130 करोड़ लोगों के लिए गर्व करने वाला है। चंद्रयान-2 की सफल लॉन्चिंग भारत के महान वैज्ञानिकों की सफल गाथा को बताती है। PM मोदी ने लिखा कि चंद्रयान 2 की सफल लॉन्चिंग से बड़ा सभी हिंदुस्तानियों के लिए गर्व का पल क्या हो सकता है। उन्होंने लिखा कि ये इसलिए भी खास है क्योंकि ये चंद्रयान-2 चांद के उस हिस्से पर उतरेगा, जहां अब तक कोई नहीं गया है। इससे चांद के बारे में हमें नई जानकारी मिलेगी। उन्होंने लिखा कि चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग के लिए वैज्ञानिकों ने जो मेहनत की है, उससे युवाओं को काफी प्रेरणा मिलेगी।

नासा ने 'चंद्रयान-2' के सफल लॉन्चिंग पर इसरो को दी बधाई

अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने सोमवार को अपनी समकक्ष भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो को चंद्रयान-2 के सफल प्रक्षेपण के लिए बधाई देते हुए कहा कि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाले भारत के इस मिशन में हासिल की जाने वाली जानकारियों को जानने के लिए वह उत्सुक हैं। नासा ने ट्वीट कर बधाई देते हुए कहा, 'चंद्रमा का अध्ययन करने के लिए चंद्रयान 2 के सफल प्रक्षेपण पर इसरो को बधाई। हमारे ' डीप स्पेस नेटवर्क' के इस्तेमाल वाले आपके मिशन का समर्थन कर हमें गर्व की अनुभूति हो रही है और हम यह जानने की प्रतीक्षा में हैं कि आप चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के बारे में क्या जानकारियां जुटाते हैं, जहां हम आने वाले कुछ वर्षों में आर्टेमिस मिशन के जरिए अंतरिक्ष यात्रियों को भेजेंगे।'

चीन ने दी भारत को बधाई

चंद्रयान 2 के सफल प्रक्षेपण पर चीन ने भारत को बधाई दी है। चीन के चंद्रमा अन्वेषण कार्यक्रम के प्रमुख ने सोमवार को भारत को चंद्रयान 2 के सफल प्रक्षेपण पर बधाई दी। वू वेइरेन ने भारत के चंद्रयान 2 की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी और कहा चीन अपने स्वयं के चंद्र मिशन पर सक्रिय रूप से आगे बढ़ रहा है और वह अपने अंतरिक्ष अन्वेषण कार्यक्रम की योजना किसी अन्य देश की प्रतिस्पर्धा में नहीं बना रहा है। चीन के सरकारी ग्लोबल टाइम्स ने वू के हवाले से कहा कि भारत, इजराइल और अमेरिका सहित चंद्रमा के अन्वेषण के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रयास जो कि अपने अंतरिक्ष यात्रियों को पांच वर्ष के भीतर चंद्रमा तक भेजने के लिए प्रतिबद्ध हैं, इससे चीन अपने चंद्र मिशन को और विकास करने के लिए प्रेरित होगा।

गौरतलब है कि चंद्रयान-2 (Chandrayaan 2) का सोमवार को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से सफलता पूर्वक प्रक्षेपण किया गया। चंद्रयान-2 के प्रक्षेपण के बाद इसरो (ISRO) प्रमुख के। सिवन (K Sivan) ने मिशन के सफल होने की घोषणा की और 15 जुलाई को आई तकनीकी खामी को लेकर कहा कि हम फिर से अपने रास्ते पर आ गए। उन्होंने कहा था कि यह चंद्रमा की ओर भारत की ऐतिहासिक यात्रा की शुरुआत है। सिवन ने कहा था कि यान को चंद्रमा के पास पहुंचने से पहले, अगले डेढ़ महीने में 15 'बेहद महत्वपूर्ण अभियान चरणों' से गुजरना होगा।' उन्होंने कहा था कि उसके बाद वह दिन आएगा, जब चंद्रमा पर दक्षिणी ध्रुव के नजदीक सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित करने के लिए 15 मिनट तक 'हमारे दिलों की धड़कनें बढ़ जाएंगी।' यह सबसे जटिल चरण होगा।