PNB Scam : बड़ी गिरफ्तारी, 14 दिन की पुलिस हिरासत में नीरव मोदी की कंपनी के CFO विपुल अंबानी

11,400 करोड़ रुपये के कथित पीएनबी धोखाधड़ी मामले में मुंबई की एक विशेष अदालत ने नीरव मोदी की फायर स्टार डायमंड कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) विपुल अंबानी और अन्य चार आरोपियों को सीबीआई की विशेष अदालत ने 5 मार्च तक पुलिस कस्टडी में रखने का आदेश दिया है। नीरव मोदी और उसके रिश्तेदार व गीतांजलि जेम्स के मालिक मेहुल चौकसी की संलिप्तता वाले मामले में सीबीआइ द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकियों के आधार पर इन सभी छह लोगों को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया। 14 दिन की पुलिस हिरासत के दौरान आरोपियों से घोटाले से जुड़े तमात राज जानने की कोशिश करेगी।

गौरतलब है कि सीबीआई ने इससे पहले पंजाब नेशनल बैंक के तीन और अधिकारियों को गिरफ्तार किया था। इनमें फोरेक्स विभाग में तत्कालीन चीफ मैनेजर बेचू तिवारी, स्केल-2 मैनेजर यशवंत जोशी, एक्सपोर्ट सेक्शन में स्केल वन ऑफिसर हैंडलिंग प्रफुल्ल सावंत शामिल हैं।

बता दें कि सीबीआइ की एफआइआर में लिखा गया है कि 2011-17 के बीच 6,498 करोड़ रुपये मूल्य के150 फर्जी एलओयू (जो कि एक तरह की बैंक गारंटी है) और 4,886 करोड़ रुपये मूल्य के143 फर्जी एलओयू साइन किए गए। इस मामले में अंबानी, कविता मानकीकर (कार्यकारी सहायक और तीन कंपनियां - डायमंड आर यूएस, स्टेलर डायमंड, सोलर एक्सपोर्ट्स), अर्जुन पाटील (सीनियर एक्जीक्यूटिव, फायरस्टार ग्रुप), और पीएनबी की ब्रैडी हाउस शाखा के तत्कालीन प्रमुख राजेश जिंदल को 31 जनवरी को सीबीआई द्वारा दर्ज एफआईआर में आरोपी के रूप में सूचीबद्ध किया गया था।

फाइव स्टार डायमंड कंपनी के अध्यक्ष (वित्त) विपुल अंबानी की गिरफ्तारी को अधिकारियों ने बड़ी सफलता माना है। मामले के दो मुख्य आरोपी नीरव मोदी तथा मेहुल चोकसी देश छोड़ कर जा चुके हैं।