दिवाली पर पटाखे नहीं जलाए तो दिल्ली में PM 2.5 का स्तर बीते 4 साल में सबसे कम होगा- सफर

देश की राजधनी दिल्ली इस समय कोरोना वायरस और प्रदूषण दोनों की मार झेल रही है।
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने इस दिवाली पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया है। ऐसे में गुरुवार को एयर क्वालिटी पर निगरानी रखने वाली केंद्र की एजेंसी सफर की तरफ से बड़ा बयान आया है। एजेंसी का कहना है कि अगर दिल्ली में दिवाली (Diwali) पर पटाखे नहीं फोड़े जाते हैं, तो पीएम 2.5 का स्तर बीते चार सालों में सबसे कम रहने की संभावना है।

सफर ने कहा कि अगर दिल्ली में पटाखों से होने वाला उत्सर्जन नहीं होता है, तो प्रदूषण का स्तर 'बहुत खराब' कैटेगरी की सीमा पर रहने की संभावना है। ऐजेंसी के मुताबिक, अगर बिल्कुल भी पटाखे नहीं फोड़े जाते हैं, तो पीएम 2.5 का स्तर चार सालों में सबसे कम रह सकता है। क्योंकि दिल्ली की सतही हवा पॉल्यूटेंट्स को हटाने में मदद करेंगी।

सफर का कहना है कि पराली जलाए जाने का असर भी राजधानी के प्रदूषण पर भी पड़ सकता है। इसकी वजह से एक्यूआई (AQI) बहुत कम से मध्यम तक बढ़ सकती है। एजेंसी ने कहा कि 15 नवंबर को दिन की शुरुआत में अगर पटाखे जलाए जाते हैं त पीएम 2.5 में बढ़त हो सकती है।

बीते 5 नवंबर को दिल्ली सरकार ने सभी तरह के पटाखों की बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था। सरकार का यह प्रतिबंध 7 से 30 नवंबर तक जारी रहेगा। वहीं, सोमवार को नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल ने भी एनसीआर में सभी तरह के पटाखों पर 9 नवंबर की मध्यरात्री से 30 नवंबर की मध्यरात्री तक रोक लगा दी है।

बता दे, पीएम 2.5 एक ऐसा तत्व होता है, जो इंसानी बाल के डायमीटर का करीब तीन प्रतिशत होता है। गौरतलब है कि इसकी वजह से समय से पहले मौत और फेफड़ों में बीमारी जैसी परेशानी हो सकती है।

बता दें कि जीरो से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा माना जाता है, 51 से 100 को संतोषजनक, 101 से 200 मध्यम, 201 से 300 खराब, 301 से 400 को बेहद खराब माना जाता है। जबकि, 401 से 500 को गंभीर श्रेणी में रखा जाता है।

कोरोना के बढ़ते मामले

दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे है। दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 7,053 नए केस सामने आए है वहीं, 104 लोगों की मौत भी हुई है। अब तक दिल्ली में कुल 4,67,028 केस सामने आए हैं। 4,16,580 मरीज ठीक हो चुके हैं। मरने वालों की कुल संख्या 7,332 हो चुकी है। 43,116 एक्टिव केस हैं। दिल्ली हाईकोर्ट ने राजधानी में कोरोना के बढ़ते केसों पर चिंता जताई है। अदालत ने कहा कि दिल्ली सरकार को लोगों की जिंदगी से खेलने नहीं दिया जा सकता। कोर्ट ने हिदायत दी कि दिल्ली सरकार को मौजूदा हालात को देखते हुए ज्यादा सजग रहने की जरूरत है। दिल्ली हाईकोर्ट ने लोगों के जमावड़े और ट्रांसपोर्ट से जुड़ी पाबंदियों में ढील देने पर केजरीवाल सरकार को फटकार लगाई है। अदालत ने सरकार से पिछले दो हफ्ते में कोरोना की रोकथाम के लिए किए गए उपायों पर स्टेटस रिपोर्ट भी मांगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर ज्यादा दिन तक चल सकती है। इसमें पिछली बार से ज्यादा केस आ सकते हैं।