PM मोदी की वेबसाइट का ट्विटर अकाउंट हैक, पीएम रिलीफ फंड के लिए बिटकॉइन में चंदा मांगा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पर्सनल वेबसाइट का टि्वटर अकाउंट (@narendramodi_in) बुधवार देर रात को हैक कर लिया गया। लेकिन कुछ ही देर में इसे सुधार भी दिया गया। हैकर ने इसमें पीएम मोदी रिलीफ फंड में दान करने की अपील की। बताया जा रहा है कि दान क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन में मांगा गया था। अब इस पूरे मामले पर ट्विटर की ओर से बयान आया है, जिसमें उसने हैकिंग को बात को स्वीकार किया है। ये हैकिंग बिल्कुल वैसी ही थी, जैसा कि कुछ दिनों पहले बराक ओबामा, एलन मस्क जैसी हस्तियों के अकाउंट हैक कर बिटक्वाइन की मांग की गई थी।

हैकर ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'यह अकाउंट जॉन विक (hckindia@tutanota.com) ने हैक किया है। हमने पेटीएम मॉल हैक नहीं किया है।' ट्विटर ने गुरुवार को इसकी पुष्टि की जब यह खबर मीडिया में आई। हालांकि, हैकिंग कब हुई यह नहीं बताया गया।

जांच में जुटा ट्विटर

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, ट्विटर ने भी इस अकाउंट के हैक होने की पुष्टि की है। ट्विटर के स्पोक्सपर्सन ने ईमेल से दिए गए जवाब में कहा, 'हैक किए गए खाते को सुरक्षित करने के लिए कदम उठाए हैं। हम स्थिति की जांच कर रहे हैं। अभी हमें दूसरे अकाउंट्स को नुकसान पहुंचाए जाने की कोई जानकारी नहीं है।' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पर्सनल वेबसाइट narendramodi.in के ट्विटर अकाउंट पर वेबसाइट से जुड़े और NaMo App से जुड़े अपडेट्स साझा किए जाते हैं। पीएम नरेंद्र मोदी की पर्सनल वेबसाइट narendramodi.in के इस ट्विटर अकाउंट @narendramodi_in के 25 लाख से ज्यादा फॉलोवर्स हैं। बता दे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पर्सनल अकाउंट (@narendramodi) दुनिया के सबसे अधिक नेताओं में फॉलो किए जाने में से एक है।

जुलाई में कई नामी हस्तियों के अकाउंट हुए थे हैक

कुछ दिन पहले ही ट्विटर ने सबसे बड़ा हैकर्स का हमला झेला था। जुलाई में माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स, अमेजन के सीईओ जेफ बेजोस, टेस्ला के सीईओ एलन मस्क और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा समेत कई नामी हस्तियों और कंपनियों के ट्विटर अकाउंट बुधवार को हैक हो गए। हैकर्स ने आईफोन कंपनी एपल और कैब सर्विस कंपनी उबर के अकाउंट्स को भी निशाना बनाया। क्रिप्टोकरंसी फ्रॉड के लिए हैकर्स ने बड़े लोगों के नाम का सहारा लिया। इस दौरान हैकर्स ने बिटक्वाइन के जरिए पैसा देने की मांग की थी।