लोकसभा में PM मोदी ने याद दिलाई इमरजेंसी कहा - ये दाग मिटने वाला नहीं

प्रधानमंत्री मोदी ने आज लोकसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दिया। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर दोनों सदनों में चर्चा सोमवार को शुरु हुई थी। पीएम मोदी बुधवार को दोपहर 2 बजे राज्यसभा में भी धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में कहा कि अब वक्त आ गया है कि अधिकार के बजाय अब कर्तव्य निभाने पर जोर दिया जाए। पीएम ने कहा कि अब देश को कर्तव्य की राह पर ले जाने की जरूरत है। पीएम मोदी ने इसके लिए पंडित जवाहर लाल नेहरू के 67 साल पुराने बयान को सदन में पेश किया और कहा कि दुनिया को भारत की सबसे बड़ी सीख है ये कि सबसे पहले कर्तव्य आते हैं इन्हीं कर्तव्यों से अधिकार निकलते हैं। उन्होंने कहा कि पंडित जी के सपने को पूरा करने का वक्त आ गया है।

वही प्रधानमंत्री ने आज इमरजेंसी की बरसी के बहाने भी कांग्रेस पर हमला बोला, उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा दाग है जो कभी मिट नहीं सकता। प्रधानमंत्री ने कहा, 'आज 25 जून है, बहुत लोगों को जानकारी भी नहीं है कि 25 जून क्या है। अगल बगल में पूछना पड़ता है। 25 जून की उस रात को देश की आत्मा को कुचल दिया गया था। भारत में लोकतंत्र संविधान से पैदा नहीं हुआ भारत में लोकतंत्र हमारी आत्मा में है। इसलिए देश की आत्मा को कुचल दिया गया था। देश के महापुरुषों को जेल की सलाखों के पीछे बंद कर दिया गया था। आज 25 जून को हम लोकतंत्र के प्रति अपना संकल्प को और मजबूती से बताना होगा।'

प्रधानमंत्री ने कहा, 'उस समय जो जो भी इस के भागी थे, यह दाग मिटने वाला नहीं है। इस दाग को इसलिए याद करने की जरूरत है जिससे देश में फिर कोई ऐसा पैदा ना हो जिसे पिर इस रास्ते पर जाने की इच्छा हो जाए। उस समय जब मीडिया पर ताले लग चुके थे, हर किसी को लगता था कि पुलिस आकर गिरफ्तार कर लेगी। देश ने उस समय जाति, धर्म से ऊपर उठकर लोकतंत्र को स्थापित किया था। इस बार फिर जाति धर्म और संप्रदाय से ऊपर उठक देश के लिए मतदान किया गया।'