वर्ष 2014 के लोकसभा चुनावों में हम सबने सुना था कि जब विदेशों से कालाधन वापस आएगा तब देश के हर नागरिक को 15 लाख रुपये मिलेंगे। लेकिन 4 साल बीतने के बाद भी ऐसा कुछ नहीं हुआ। अब यह बात सिर्फ एक मुद्दा बन कर रह गई है। जिसपर आये दिन कोई न कोई नेता बयान देता रहता है। हाल ही में भाजपा के राज्यसभा सदस्य अमर साबले ने कहा है कि पीएम मोदी ने कभी नहीं कहा कि देश के हर नागरिक के खाते में 15 लाख रुपये आएंगे।
अमर साबले ने आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टियां इस मुद्दे के बारे में गलत सूचना फैलाकर लोगों के मन में गलतफहमी और भ्रम पैदा कर रही हैं।
उन्होंने पुणे के पिंपरी में शनिवार को कहा कि लोगों के खाते में 15 लाख रुपये जमा करने का मुद्दा भाजपा के घोषणापत्र में नहीं था।
इससे पहले सूचना के अधिकार कानून (आरटीआई) के तहत मोहन कुमार शर्मा ने 26 नवंबर 2016 को आवेदन देकर यह पूछा था कि पीएम मोदी द्वारा वादा किये गए 15 लाख रुपये कब मिलेंग। तब प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने केंद्रीय सूचना आयोग से कहा था कि यह जानकारी आरटीआई के तहत नहीं आता, इसलिए इसकी जानकारी नहीं दी जा सकती है।