पीएम मोदी ने आपातकाल को बताया काला दिवस, कहा- कांग्रेस ने सत्ता सुख के लिए देश को कारागार बना दिया था

26 जून को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल के 43 साल पूरे हो गए हैं। 21 महीनों तक देश में आपातकाल लागू रहा था। विपक्ष आज तक कांग्रेस को इस मुद्दे पर घेरता रहा है। मंगलवार को आपातकाल पर मुंबई में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस देश में जब-जब कांग्रेस और खासकर एक परिवार को अपनी कुर्सी जाने का खतरा लगने लगा तो उन्होंने चिल्लाना शुरू किया कि देश को खतरा है, देश तबाह होने वाला है और हम ही बचा सकते हैं।
- उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सचेत रहने के लिए हम इस दिन को याद करते हैं। एक परिवार के लिए इस देश की न्यायपालिका की गरिमा पर भी चोट किया गया।
- उन्होंने कहा कि कांग्रेस की मानसिकता में आज भी बदलाव नहीं आया है।
- पीएम ने कहा कि जिसने पराधीनता के संघर्ष को नहीं देखा है उनके सामने आजादी की कितने भी बातें करें वह अनुभव नहीं कर सकता है। आज की पीढ़ी के नवजवानों से अगर पूछा जाए तो उन्हें ज्यादा पता नहीं होगा। उनके भीतर से आग प्रकट नहीं होगी। प्यासे को पता चलता है कि पानी नहीं है तो वह पल कैसा होता है। व्यक्ति को अभाव में अनुभव होता है। देश ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि सत्ता सुख और परिवार हित के लिए लोग हिंदुस्तान को जेलखाना बना देंगे। देश के नेताओं को सलाखों में बंद कर देंगे। लोगों को डर रहता था कि उनका भी नाम 'मीसा' में है। उनकी चतुराई देखिए सब कुछ संविधान के तहत किया गया था। एक परिवार के लिए संविधान को हथकंडे की तरह इस्तेमाल किया गया।

भाजपा इस दिन को काले दिवस के तौर पर मना रही है।

आपातकाल पर बीजेपी काला दिवस मना रही है। इस कार्यक्रम को ‘आपातकाल: लोकतंत्र पर आघात’ नाम दिया गया था। आपातकाल के खिलाफ जिन लोगों ने लड़ाई लड़ी थी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को उनके प्रति आभार प्रकट करने के लिए मुंबई पहुंचे हैं। मुंबई बीजेपी ने न्यू मरीन लाइंस स्थित बिरला मातोश्री सभागृह में इसके लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष रावसाहेब दानवे, मुंबई बीजेपी अध्यक्ष आशीष शेलार व अन्य लोग शामिल हुए।

ट्वीट कर आपातकाल को कहा- डार्क पीरियड

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि 1975-77 का आपातकाल ‘काला दौर’ था, जिसे देश कभी भूल नहीं सकता। मोदी ने लेखन, बहस, विचार-विमर्श और सवालों के जरिए लोकतंत्र को मजबूत बनाने का आह्रान किया। उन्होंने कहा, ‘भारत आपातकाल को काले दौर के रूप में याद करता है, जिसके दौरान हर संस्थान को नष्ट कर दिया गया और डर का माहौल पैदा किया गया। सिर्फ लोगों को ही नहीं बल्कि विचारों और कलात्मक स्वतंत्रता पर भी बंदिशें लगाई गईं।’

मोदी ने 25 जून, 1975 को लगाए गए आपातकाल का दृढ़ता से विरोध करने वाले नागरिकों के जज्बे को सराहा। उन्होंने कहा, ‘मैं उन सभी महान महिलाओं और पुरुषों के साहस को सलाम करता हूं जिन्होंने 43 साल पहले लगाए गए आपातकाल का दृढ़ता से विरोध किया था।’ मोदी ने भारतीय लोकतंत्र को मजबूत बनाने की दिशा में काम करने का आग्रह किया।

एक ट्वीट में मोदी ने कहा,‘हमें अपने लोकतांत्रिक लोकाचार को मजबूत करने के लिए निरंतर काम करना होगा। लेखन, बहस, चर्चा और सवाल हमारे लोकतंत्र के महत्वपूर्ण पहलू हैं, जिन पर हमें गर्व है। कोई भी ताकत हमारे संविधान के बुनियादी सिद्धांतों को कमजोर नहीं कर सकती।’ देश में आपातकाल 21 मार्च, 1977 तक रहा था। इसके बाद हुए आम चुनाव में इंदिरा गांधी को करारी हार का सामना करना पड़ा था।