कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच PM मोदी ने की अहम बैठक, राज्यों से दवाइयों का बफर स्टॉक रखने को कहा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोरोना की तीसरी लहर के खतरे की आशंका और वैक्सीनेशन को लेकर शुक्रवार को हाई लेवल मीटिंग की। मीटिंग में प्रधानमंत्री ने देशभर में ऑक्सीजन की सप्लाई को तेजी से बढ़ाने के निर्देश दिए। मोदी ने तीसरी लहर में बच्चों पर असर की आशंका को देखते हुए देशभर के अस्पतालों में बच्चों के लिए पर्याप्त बेड तैयार रखने के निर्देश दिए। उन्होंने राज्यों से स्वास्थ्य सुविधाओं के बुनियादी ढांचे को फिर से डिजाइन करने को कहा। उन्होंने राज्यों से दवाइयों का बफर स्टॉक रखने को भी कहा। साथ ही ब्लैक फंगस के इलाज की दवाइयां भी तैयार रखने को कहा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन सप्लाई बढ़ाने के लिए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स, ऑक्सीजन सिलेंडर और PSA प्लांट की संख्या तेजी से बढ़ाई जाए। अभी देशभर में 961 लिक्विड मेडिकल स्टोरेज टैंक और 1450 मेडिकल गैस पाइपलाइन सिस्टम लगाए जा रहे हैं। हर जिले में ऑक्सीजन की कम से कम एक यूनिट लगाने का टारगेट रखा गया है। उन्होंने बताया कि अब तक राज्यों को एक लाख ऑक्सीजन कॉन्सन्ट्रेटर और 3 लाख ऑक्सीजन सिलेंडर दिए जा चुके हैं। एंबुलेंस नेटवर्क का विस्तार किया जा रहा है, ताकि हर ब्लॉक में कम से कम एक एंबुलेंस उपलब्ध हो सके।

मोदी ने मीटिंग में कहा कि वायरस के नए म्यूटेंट की पहचान के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग का काम लगातार किया जाना चाहिए। अफसरों ने मोदी को बताया कि देश में टेस्टिंग में तेजी लाने के लिए 433 जिलों में RT-PCR लैब बनाने के लिए केंद्र से मदद दी जा रही है।

प्रधानमंत्री ने टीकाकरण में तेजी लाने को कहा। उन्होंने इस बात की तारीफ की है कि भारत की 58% वयस्क आबादी को वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है। वहीं, देश की करीब 18% वयस्क को सेकेंड डोज भी लग चुकी है। मीटिंग में प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, कैबिनेट सेक्रेटरी, मुख्य वैज्ञानिक सलाहकर, स्वास्थ्य सचिव, नीति आयोग के मेंबर और कई महत्वपूर्ण अफसर मौजूद थे।

इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण कह चुके हैं कि भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है। स्वास्थ्य सचिव ने कहा था कि 35 जिलों में अभी भी 10% से अधिक की साप्ताहिक कोविड पॉजिटिविटी रेट की रिपोर्ट कर रहे हैं, जबकि 30 जिलों में यह पांच से 10% के बीच है।