पीएम मोदी ने विपक्ष पर बोला हमला, कहा- ट्रैक्टर जलाकर किसानों का कर रहे हैं अपमान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महत्वाकांक्षी परियोजना नमामि गंगे के तहत उत्तराखंड में बने छह मेगा प्रोजेक्‍ट का वर्चुअल लोकार्पण किया। इस दौरान किसानों से जुड़े नए कानूनों पर विपक्ष के विरोध को लेकर पीएम ने कहा कि प्रदर्शन करने वाले लोग मशीनों और उपकरणों को जलाकर किसानों का अपमान कर रहे हैं। क्योंकि, किसान खेती से जुड़े उपकरणों की पूजा करते हैं। आज जब केंद्र सरकार, किसानों को उनके अधिकार दे रही है, तो भी ये लोग विरोध पर उतर आए हैं। ये लोग चाहते हैं कि देश का किसान खुले बाजार में अपनी उपज नहीं बेच पाए। मोदी का यह बयान इसलिए आया, क्योंकि पंजाब यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को दिल्ली में इंडिया गेट के पास ट्रैक्टर को जलाकर प्रदर्शन किया था।

काली कमाई का एक और जरिया खत्म हुआ

उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, 'वे लोग कई सालों तक कहते रहे कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) लागू करेंगे, लेकिन नहीं किया। जबकि, हमारी सरकार ने स्वामीनाथन कमीशन की सिफारिशों के मुताबिक MSP लागू किया। अब कुछ लोग विरोध कर रहे हैं, क्योंकि उनकी काली कमाई का एक और जरिया खत्म हो गया है।'

प्रधानमंत्री ने कहा 'पिछले हफ्ते खत्म हुए संसद सत्र में किसानों, मजदूरों और स्वास्थ्य से जुड़े कई सुधार किए गए। किसान अब अपनी फसल को कहीं भी और किसी को भी बेच सकते हैं। केंद्र सरकार जब किसानों को उनके अधिकार दे रही है तो कुछ लोग विरोध कर रहे हैं। ऐसे लोग नहीं चाहते कि किसान खुले बाजार में अपने प्रोडक्ट बेच पाएं, बल्कि चाहते हैं कि बिचौलियों को मुनाफा होता रहे। इस तरह वे किसानों का आजादी का विरोध कर रहे हैं।'

प्रधानमंत्री ने कहा 'इन लोगों ने कई सालों तक हमारे सुरक्षाबलों की मजबूती के लिए भी कुछ नहीं किया। एयरफोर्स राफेल की मांग करती रही, लेकिन कभी नहीं सुनी गई। जब हमारी सरकार ने फ्रांस से राफेल की डील की तो उन्हें दिक्कत शुरू हो गई। चार साल पहले आज ही के दिन हमारे बहादुर जवानों ने सर्जिकल स्ट्राइक करते हुए आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था, लेकिन विपक्षी सबूत मांग रहे थे। सर्जिकल स्ट्राइक का विरोध कर उन्होंने देश के सामने अपने मंसूबे जाहिर कर दिए थे।'

पानी की एक-एक बूंद को बचाना है आवश्यक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चारधाम की पवित्रता को अपने समेटे देवभूमि उत्तराखंड को मेरा आदरपूर्वक नमन। आज मोक्षदायनी गंगा को निर्मल करने वाले छह बड़े प्रोजेक्ट का लोकापर्ण किया गया है। हर घर तक शुद्ध जल पहुंचाने का बहुत बड़ा अभियान है। पानी की एक-एक बूंद को बचाना आवश्यक है। यह मिशन गांव के लोगों और ग्राम पंचायत के लोगों के लिए भी उतना ही ज़रूरी है, जितना की अधिकारियों के लिए। उत्तराखंड में उद्गम से लेकर पश्चिम बंगाल में गंगा सागर तक गंगा देश की आधी आबादी का पालन करती है, इसलिए गंगा की स्वच्छता निर्मलता आवश्यक है।

पीएम ने कहा कि पूर्व में कई बड़े-बड़े अभियान चलाए, मगर गंगा का जल न स्वच्छ हो पाया और न निर्मल। अगर पुराने तौर-तरीके अपनाए जाते, तो आज भी हालत उतनी ही बुरी रहती। लेकिन हम नई सोच, नई अप्रोच के साथ आगे बढ़े। हमने नमामि गंगे मिशन को सिर्फ गंगा जी की साफ-सफाई तक ही सीमित नहीं रखा, बल्कि इसे देश का सबसे बड़ा और विस्तृत नदी संरक्षण कार्यक्रम बनाया। सरकार ने चारों दिशाओं में एक साथ काम आगे बढ़ाया। पहला- गंगा जल में गंदा पानी गिरने से रोकने के लिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांटों का जाल बिछाना शुरू किया। दूसरा- सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट ऐसे बनाए, जो अगले 10-15 साल की भी जरूरतें पूरी कर सकें। तीसरा- गंगा नदी के किनारे बसे सौ बड़े शहरों और पांच हजार गांवों को खुले में शौच से मुक्त करना और चौथा- जो गंगा जी की सहायक नदियां हैं, उनमें भी प्रदूषण रोकने के लिए पूरी ताकत लगाना।