छूट की थी उम्मीद, लेकिन अब और सख्त हुआ लॉकडाउन, मोदी ने देशवासियों मांगे 7 वचन

पूरी दुनिया में फैले कोरोना संकट के बीच आज एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को संबोधित किया। कोरोना संकट के बीच पीएम मोदी का यह देश को चौथा संबोधन था। इससे पहले तीन बार प्रधानमंत्री मोदी देश को संदेश दे चुके है।

पहला: प्रधानमंत्री ने 19 मार्च को देश को संबोधित किया था और 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगाने की बात कही थी। इस दिन देशभर में सबकुछ बंद रहा। शाम को लोगों ने घरों के अंदर से ही कोरोना फाइटर्स का ताली और थाली बजाकर आभार जताया था।

दूसरा: मोदी ने 24 मार्च को संबोधित किया और कोरोना संक्रमण रोकने के लिए 25 मार्च से 14 अप्रैल तक देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि कोरोना की चेन तोड़ने के लिए लोग घरों में रहने की लक्ष्मण रेखा का पालन करें।

तीसरा: प्रधानमंत्री मोदी ने 3 अप्रैल को एक वीडियो संदेश जारी किया था। इसमें लोगों से 5 अप्रैल की रात 9 बजे 9 मिनट के लिए घरों की लाइट बंद कर दीये, मोमबत्ती और मोबाइल की लाइट जलाकर एकजुटता दिखाने की अपील की थी।

पीएम मोदी ने आज के संबोधन में कहा कि सभी का यही सुझाव है कि लॉकडाउन को बढ़ाया जाए। कई राज्य तो पहले से ही लॉकडाउन को बढ़ाने का फैसला कर चुके हैं। साथियों, सारे सुझावों को ध्यान में रखते हुए ये तय किया गया है कि भारत में लॉकडाउन को अब 3 मई तक और बढ़ाना पड़ेगा। यानि तीन मई तक हम सभी को, हर देशवासी को लॉकडाउन में ही रहना होगा। इस दौरान हमें अनुशासन का उसी तरह पालन करना है जैसे हम करते आ रहे हैं।

इसके साथ ही पीएम मोदी ने देशवासियों से सात वचन मांगे

पहला वचन - अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें, विशेषकर ऐसे व्यक्ति जिन्हें पुरानी बीमारी हो, उनकी हमें अधिक देखभाल करनी है, उन्हें कोरोना से बहुत बचाकर रखना है।

दूसरा वचन - लॉकडाउन और सामाजिक दूरी की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरह पालन करें, घर में बने फेसकवर या मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें।

तीसरा वचन - अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें, गर्म पानी, काढ़ा, इनका निरंतर सेवन करें।

चौथा वचन - कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने में मदद करने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल एप जरूर डाउनलोड करें। दूसरों को भी इस एप को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करें।

पांचवा वचन - जितना हो सके उतने गरीब परिवार की देखरेख करें उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें।

छठा वचन - आप अपने व्यवसाय, अपने उद्योग में अपने साथ काम करे लोगों के प्रति संवेदना रखें, किसी को नौकरी से न निकालें।

सातवा वचन - देश के कोरोना योद्धाओं, हमारे डॉक्टर, नर्सों, सफाई कर्मियों और पुलिसकर्मियों का पूरा सम्मान करें।

इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि पूरी निष्ठा के साथ तीन मई तक लॉकडाउन के नियमों का पालन करें, जहां हैं वहां रहें, सुरक्षित रहें।