झारखंड मॉब लिंचिंग पर बोले PM मोदी - युवक की हत्या का दुख सबको है लेकिन पूरे राज्य को बदनाम करने का हक किसी को नहीं

झारखंड मॉब लिंचिंग पर कई दिनों की चुप्पी के बाद आज राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का राज्यसभा में जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि युवक की हत्या का दुख सबको है, और होना भी चाहिए, लेकिन इस एक घटना के लिए पूरे झारखंड को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। साथ ही उन्होंने कि कहा कि हर हिंसा पर हमारा एक मानदंड हो। सबकी सुरक्षी की गारंटी हमारा दायित्व है।

पीएम मोदी ने कहा, 'झारखंड में लिंचिंग की घटना से मुझे दुख हुआ। इससे दूसरों को भी दुख पहुंचा होगा। लेकिन कुछ लोगों ने राज्यसभा में झारखंड को लिंचिंग का हब कहा था। क्या यह सही है? वे एक प्रदेश का अपमान क्यों कर रहे हैं। एक मॉब लिंचिंग की घटना के बाद पूरे झारखंड को बदनाम करने का अधिकार हमारे पास नहीं है। दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।' हत्या पर पीएम मोदी ने दोषियों की सजा की पैरवी की, लेकिन मॉब लिंचिंग की इस घटना के बहाने पूरे झारखंड को कटघरे में खड़ा करने का बचाव किया। उन्होंने कहा, 'दोषियों को कड़ी से कड़ी से सजा होनी चाहिए, लेकिन सबको कटघरे में नहीं खड़ा किया जा सकता है। पूरे झारखंड को बदनाम करने का हक नहीं है। वहां भी सज्जनों की भरमार है।' पीएम मोदी का कहना था कि अगर कोई घटना हुई तो उसे इंसाफ मिलना चाहिए और इसके लिए न्यायिक प्रक्रिया का पालन करना चाहिए।

साथ ही उन्होंने कहा, 'अपराध होने पर उचित रास्ता कानून और न्यायिक प्रकिया से निकलना चाहिए। गुड टेररिज्म और बेड टेररिज्म से दुनिया को बहुत नुकसान हुआ है। हिंसा की घटना चाहे झारखंड में हो या फिर पश्चिम बंगाल में हो या फिर केरल में हो, हमारा सभी के लिए एक ही मानदंड होना चाहिए। तभी हिंसा को हम रोक पाएंगे और तब ही हिंसा करने वालों को सबक मिलेगा कि इस एक मुद्दे पर पूरा देश एक है।'

बता दे, झारखंड के सरायकेला जिले के धतकिडीह गांव में तबरेज अंसारी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। इस मॉब लिंचिंग की घटना में अब तक पुलिस ने 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। याद रहे कि जब भीड़ तबरेज अंसारी को पीट रही थी तब मृतक ने पहले अपना नाम 'सोनू' बताकर खुद को बचाने की कोशिश की। लेकिन, उन्हें असली नाम बताने के लिए बाध्य किया गया और फिर भीड़ ने उनसे 'जय श्री राम', 'जय हनुमान' बोलने के लिए कहा। मृतक 'जय श्री राम', 'जय हनुमान' बोलता रहा और उसकी पिटाई होती रही।