REET की गड़बड़ियों से सीख लेते हुए पटवार परीक्षा में किए गए बदलाव, बनाए गए 1177 केंद्र

प्रदेश में 26 सितंबर को रीट परीक्षा आयोजित कराई गई थी जिसमें कई खमियां सामने आई थी जिसमें सुधार करते हुए अब 23-24 अक्टूबर को पटवारी परीक्षा सफल कराई जाने की योजना बनाई जा रही हैं। व्यवस्थाओं में कई अहम बदलाव किए गए हैं। परीक्षा को सफलतापूर्वक कराने के लिए न सिर्फ परीक्षा केंद्र सीमित रखे गए हैं, बल्कि दो दिन में चार पारियों में कराने जैसे कई कदम उठाए गए हैं। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष हरिप्रसाद शर्मा ने कहा कि पटवार भर्ती परीक्षा में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी। प्रशासन-पुलिस को अतिरिक्त सतर्कता बरतने को कहा है। धरपकड़ परीक्षा से पहले ही करने के निर्देश दिए गए हैं। सघन मॉनिटरिंग के लिए परीक्षा 4 चरणों में करा रहे हैं। निजी स्कूलों में बने केंद्रों पर अतिरिक्त सतर्कता बरतेंगे।

भर्ती परीक्षाओं में नकल और पेपर लीक जैसी चुनौतियों से निपटने की अब क्या तैयारी है, अभ्यर्थियों का भरोसा वापस जीतने के लिए क्या उपाय किए जा रहे हैं। रीट तृतीय श्रेणी शिक्षकों के 31 हजार पदों पर भर्ती के लिए हुई थी। इसमें एक पद पर 54 अभ्यर्थियों में मुकाबला रहा। पटवार भर्ती परीक्षा 5378 पदों के लिए होगी। इसमें एक पद के लिए 290 अभ्यर्थियों के बीच मुकाबला होगा।

हर परीक्षा केंद्र पर 2 यानी प्रदेश में कुल 2300 मेटल डिटेक्टर लगेंगे। परीक्षा से पहले सुरक्षा एवं सतर्कता अधिकारी लगाकर पेपर लीक से जुड़े गिरोह या संदिग्धों की एसओजी से धरपकड़ कराई जाएगी। संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त जाब्ता लगेगा। निजी स्कूलों में बने केंद्रों पर विशेष निगरानी होगी। एक से अधिक आवेदन करने वालों का अंतिम आवेदन ही मान्य, अन्य निरस्त।