पासपोर्ट सेवाओं के सरलीकरण की दिशा में सरकार ने महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए देश के किसी भी कोने से इसके लिए आवेदन करने के साथ-साथ मोबाइल फोन से भी आवेदन करने की सुविधा मंगलवार से शुरू कर दी। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पासपोर्ट सेवा दिवस के अवसर पर पासपोर्ट सेवा ऐप लॉन्च करके इन दोनों सेवाओं को शुरू करने की घोषणा की।
मैरेज सर्टिफिकेट की जरूरत नहींविदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इसकी जानकारी देते हुए पासपोर्ट बनवाने में कई तरह की दिक्कतों का जिक्र करते हुए उन्हें खत्म करने की भी घोषणा की। उन्होंने साथ ही कहा कि अब पासपोर्ट बनवाने के लिए मैरेज सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं होगी। विदेश मंत्री ने कहा, 'पासपोर्ट आवेदन के लिए कई पुराने और दुविधा भरे नियमों को खत्म कर दिया गया है। नियमों का सरलीकरण किया गया है। आम नागरिक को सुविधान देने वाले नियम बनाए गए हैं।'
जन्मतिथि की मुश्किल भी आसानसुषमा ने कहा, 'सबसे ज्यादा दिक्कत जन्मतिथि को लेकर आती थी। इसके लिए जन्म प्रमाणपत्र मांगा जाता था लेकिन, अब हमने जन्मतिथि के लिए 7-8 ऐसे कागजात को शामिल कर दिया है जो इस मुश्किल को आसान कर देगा। अब अगर आधार, ड्राइविंग लाइसेंस या ऐसी ही सरकार द्वारा मान्यताप्राप्त कागजात पर लिखे जन्मतिथि को मान लिया जाएगा।'
साधु-संन्यासियों, तलाकशुदा पत्नियों के लिए भी नियम हुआ आसानविदेश मंत्री ने कहा कि अनाथालय के बच्चों के लिए वहां का मुखिया जो जन्मतिथि देंगे वही मान्य होगा। साधु संन्यासियों के मामले में उनके माता-पिता की जगह गुरुओं के नाम मान्य होंगे। इसके अलावा तलाकशुदा पत्नी से उनके पूर्व पतियों के नाम भी अब पासपोर्ट के आवेदन पर नहीं पूछे जाएंगे।
ऐसे डाउनलोड करें ऐपपासपोर्ट सेवा ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप गूगल प्लेस्टोर में जाकर इस ऐप को डाउनलोड कर सकते हैं। इस ऐप के जरिये आप पासपोर्ट से जुड़े कई काम निपटा सकते हैं।
देश में कुल 307 पासपोर्ट सेवा केंद्रसुषमा ने कहा कि इस समय देश में कुल 307 पासपोर्ट सेवा केंद्र हैं। उन्होंने कहा कि पिछले चार साल में देश में पासपोर्ट क्रांति हुई है। हमने पिछले चार साल में कुल 212 पासपोर्ट सेवा केंद्र खोला है। हर लोकसभा क्षेत्र में पासपोर्ट पहुंचाने के लिए वहां पासपोर्ट सेवा केंद्र खोले जाएंगे। देश का एक भी लोकसभा क्षेत्र ऐसा नहीं बचेगा जहां पासपोर्ट सेवा केंद्र नहीं होगा।