'परीक्षा पे चर्चा' के दौरन छात्रों से मिलकर भावुक हुए PM मोदी, कहा - आजादी के 100 साल होने तक अगर मैं जीवित रहा...

परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित किया गया। इस दौरान पीएम मोदी ने छात्रों के सवालों को जवाब दिया। बच्चों के लिए पीएम मोदी के कार्यक्रम 'परीक्षा पे चर्चा' का ये तीसरा साल रहा। परीक्षा पर चर्चा का पहला संस्करण 16 फरवरी, 2018 को आयोजित हुआ था और इसका दूसरा संस्करण 29 जनवरी, 2019 को हुआ था। बोर्ड परीक्षाओं से पहले प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम का उद्देश्य है छात्र-छात्राओं को परीक्षा के तनाव से दूर करना और उन्हें सफलता के मायने समझाना। दिल्ली से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक के बच्चों इस कार्यक्रम में पीएम मोदी से सवाल पूछें। इस दौरान अंत में जब पीएम बच्चों से अलविदा ले रहे थे तो वो थोडा भावुक हो गए और उन्होंने बच्चों से अपने मन की बात कही। पीएम मोदी ने छात्रों से कहा जब देश आजादी के 100 साल पूरे होने का जशन मना रहा होगा तो आप देश की अगुवाई कर रहे होंगे। पीएम मोदी ने कहा आज से 30-40 साल बाद जब आप सफलता की ऊंचाईयों को चूम रहे होंगे और मैं जीवित रहा और आप लोगों से कभी मिलने का मौका मिला तो जरूर कहूंगा कि जो आज देश की अगुवाई कर रहे हैं उनसे कभी मैंने 2020 भी बात की थी। मैंने भी उनके दर्शन किए थे।

बता दे, इस कार्यक्रम में छात्रों ने पीएम मोदी से टेक्नोलॉजी को लेकर भी बातें की। इस दौरान पीएम मोदी से जब सवाल पूछा गया मॉर्डन टेक्नोलॉजी का छात्र के जीवन में क्या रोल होना चाहिए? इस पर पीएम मोदी ने कहा इस बात को समझने की कोशिश करें कि मेरे लिए क्या जरूरी है और क्या नहीं। स्मार्टफोन आपके समय की बर्बादी करता है। ऐसे में टेक्नोलॉजी को अपने काबू में रखना अनिवार्य है। टेक्नोलॉजी को दोस्त समझिए, गुलाम मत बनिए। उन्होंने कुछ टिप्स भी दिए हैं। पीएम मोदी ने कहा स्मार्ट फोन आपका समय चोरी करता है लेकिन उसमें से कुछ समय करके अपने माता-पिता के साथ बैठिए। टेक्नोलॉजी को अपने कब्जे में रखना जरूरी है।

मोदी ने बताया -
आज के वक्त में सोशल नेटवर्किंग सिर्फ अपने फोन में आ गई है, पहले दोस्त को जन्मदिन विश करते हैं लेकिन अब रात को ही मैसेज किया जाता है। हमें तय करना होगा कि रोजाना कुछ समय के लिए टेक्नोलॉजी फ्री रहना है। कुछ समय अपनों के साथ बिताना जरूरी हैं। पीएम मोदी ने कहा घर में एक ऐसा कमरा होना चाहिए जिसमें टेक्नोलॉजी को नो एंट्री हो। उस कमरे में जो भी आएगा बिना टेक्नोलॉजी आएगा। पीएम मोदी ने कहा स्मार्टफोन में समय खराब करने की बजह अपने बड़े- बुजुर्ग से मिले, उनसे बातचीत करें। अपने लिए दिन में कम से कम 1 या दो घंटे ऐसा रखें, जिसमें आप खुद को टेक्नोलॉजी से दूर रखें और अपने परिवार से मिले, उनसे बातचीत करें।

अभिभावकों को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि जब बच्चा छोटा होता था तब मां-बाप उसको उत्साहित करते थे, लेकिन अब भी ऐसा ही होना चाहिए। किसी भी बच्चे पर प्रेशर नहीं बनाना चाहिए, जिनके साथ बच्चा कम्फर्ट होता है उसे बात करना जरूरी है। पीएम ने कहा कि भारत का हर बच्चा सुपर पॉलिटिशयन होता है, उसे पता है कि घर में किससे क्या काम करवाना है।