रूस और भारत की S-400 डील के बाद पाकिस्तान ने बनाए ब्लास्ट प्रूफ मिसाइल टनल, परमाणु मिसाइलों को छिपाया

S-400 एयर डिफेन्स सिस्टम को लेकर भारत और रूस के बीच हुए डील से डरे पाकिस्तान ने नए तरीके से अपनी रक्षा तैयारिया शुरू कर दी है। भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान ने अपने परमाणु जखीरे को सरगोधा के कैराना हिल्स में छि‍पाना शुरू कर दिया है। इन परमाणु मिसाइलों को छुपाने के लिए ब्लास्ट प्रोटेक्शन टनल भी बनाया गया है, जिससे भारत के एयर डिफेन्स सिस्टम को चकमा दिया जा सके। इन टनल की सबसे खास बात यह है की इन पर हवाई हमले का कुछ खास असर नहीं होता, जिससे इनमे मौजूद मिसाइलें नष्ट नहीं होंगी। सरगोधा में पाकिस्तान अपने कई परमाणु टेस्ट कर चुका है और यह पाकिस्तान के परमाणु टेस्ट का सबसे सीक्रेट लोकेशन है। पाकिस्तान नए-नए लोकेशन पर अपनी मिसाइल्स को तैनाती की प्लानिंग कर रहा है, जिससे भारतीय सुरक्षा एजेंसियां ये अंदाज़ा न लगा सकें की पाकिस्तान के मिसाइल्स की लोकेशन कहां-कहां है। देखा जाए तो भारत सरकार ने रूस के साथ करीब 40 हज़ार करोड़ रुपए की पांच S-400 एयर डिफेन्स की डील की है, जिसे जरूरत पड़ने पर सेना अपने अलग-अलग थिएटर कमांड में तैनात करेगी।

S 400 की पहली खेप अगले साल यानि 2019 से आनी शुरू हो जाएगी। S-400 की सबसे खास बात ये है कि ये मिसाइल 380 किलोमीटर दूर से आने वाली मिसाइल्स, जेट्स या ड्रोन को बड़े आराम से हवा में ही मार सकती है।

रिटायर्ड एयर कमोडोर बीएस सिवाच के मुताबिक, ''S-400 दुनिया का सबसे बेहतरीन एयर डिफेन्स सिस्टम है और पाकिस्तान की चिंता वाजिब है। ऐसे में पाकिस्तान को अपनी सुरक्षा तैयारियों में बदलाव करना होगा। भारतीय सेना पाकिस्तान के मुकाबले हमेशा से मजबूत रही है। हालांकि हम शांति प्रिय देश है और S-400 के आने से हमारी सुरक्षा तैयारियों को और बल मिलेगा।''

उल्‍लेखनीय है कि पाकिस्तान के पास 20 फाइटर स्क्वार्डन हैं, जिसमे अमेरिका के एफ-16 फाइटर प्लेन से लेकर चीन के बने JF 17 जेट्स हैं। चीन के पास चौथी पीढ़ी के 800 फाइटर प्लेन समेत कुल 2400 फाइटर प्लेन हैं और कई मिसाइल्स हैं। ऐसे में S-400 पाकिस्तान और चीन से आने वाले किसी भी खतरे से बड़े आराम से निपट सकता है।

S-400 की सबसे खास बात यह है इसे जरुरत के हिसाब से एक जगह से दूसरी जगह बड़े आराम से ले जाया जा सकता है। ऐसे में पाकिस्तान भले ही अपनी मिसाइल्स को S-400 की मारक रेंज से दूर ले जाने की लाख कोशिश कर ले, लेकिन वो भारत के जवाबी करवाई से बच नहीं सकता।