इमरान खान ने माना, कश्मीर मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय नहीं दे रहा भाव

भारत ने 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर (Jammu-Kashmir) को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 (Article 370) के प्रावधानों को रद्द कर दिया था। इस बात को लेकर पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और दर-दर ठोकर खा रहा है। पाकिस्तान इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाकर इसका अंतरराष्ट्रीयकरण करने की कोशिश की जबकि भारत हमेशा से इसे अपना अंदरूनी मामला बताता रहा है जिसमें किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की कोई गुंजाइश नहीं है। बता दे, पाकिस्तान को कश्मीर मामले में अंतरराष्ट्रीय मंच पर तवज्जो नहीं मिल रही है। हाल ही में सीएनएन को दिए इंटरव्यू में इमरान खान (Imran Khan) ने कहा 'कश्मीर में प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) ने जो किया है उसके बाद मेरा उनसे मुलाकात करने का कोई सवाल ही नहीं।'

इमरान ने कहा कि पिछले 6 साल में भारत काफी बदला है और उन्हें डर है कि वह ज्यादा तेजी से बदलने जा रहा है। पाकिस्तानी पीएम ने साथ ही साफ किया कि वह पीएम नरेंद्र मोदी से कोई मुलाकात नहीं करने वाले हैं।

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा , 'छह सालों में भारत बदला है और मुझे डर है कि वह ज्यादा तेजी से बदलने जा रहा है। इसलिए मैं इसे तुष्टिकरण कहता हूं। दुनिया को कोई रुख तय करना होगा।'

यह पूछे जाने पर कि उन्हें क्यों लगता है कि कश्मीर को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई हो-हल्ला नहीं है, खान ने कहा कि दुनिया भर के नेता भारत को एक अरब से ज्यादा लोगों वाले बाजार के तौर पर देख रहे हैं। खान ने कहा, 'बहुत से नेताओं को इसका एहसास नहीं है। लेकिन मेरा विचार है कि जिन्हें यह एहसास है, वे भी भारत को 1.2 अरब लोगों के बाजार के तौर पर देखते हैं। और यह दुखद बात है।'

इमरान खान ने कहा कि उन्होंने दुनिया के प्रमुख नेताओं को न्यू यॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के वार्षिक सत्र में हिस्सा लेने के दौरान कश्मीर की स्थिति से अवगत कराया। एक सवाल के जवाब में खान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कश्मीर पर कोई अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता नहीं चाहते। उन्होंने कहा, 'वह कहते रहे हैं कि यह द्विपक्षीय संबंध हैं। जब हम उनसे बात करने की कोशिश करते हैं तो वह कहते हैं कि यह एकपक्षीय मुद्दा है। इसलिए हम कुछ हासिल नहीं कर रहे क्योंकि हम घूम फिर कर वहीं हैं।'

इमरान ने कहा, 'लेकिन अंत में मुझे यह लगता है मैनें अपने दौरे में यहां हासिल किया है, मेरा विश्वास है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय प्रभावित होगा। उन्हें होना होगा क्योंकि यह टकराव का बिंदु बनने जा रहा है।'

लंबे समय से भारत में आतंकियों की घुसपैठ में पाकिस्तानी सेना मदद करती रही है और अब इमरान खान ने कहा कि उन्होंने खास तौर पर पाकिस्तानियों को बताया है कि कोई भी जो कश्मीर जाएगा, वह देश और कश्मीरियों का दुश्मन होगा।

उन्होंने कहा , 'यह पहली बार है जब दो परमाणु शक्ति संपन्न देश आमने-सामने हैं। अगर यह वैसा ही रहता है जैसा फरवरी में हुआ था, जब हमने विमान को गिराने के बाद तत्काल पायलट को लौटा दिया था क्योंकि हम तनाव बढ़ाना नहीं चाहते थे।'

बता दें कि पायलट अभिनंदन के पाकिस्तान में गिरने के बाद भारत और अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते पाकिस्तान को उन्हें तुरंत वापस भेजना पड़ा था।

भारत ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ तब तक वार्ता शुरू करने का सवाल ही नहीं है जबतक वह सीमापार आतंकवाद को रोकने के लिए ठोस कदम नही उठाता।