पाकिस्तान की बर्बादी में इमरान खान का बड़ा हाथ, सामने आए चौकाने वाले आकड़े

कश्मीर से आर्टिकल 370 (Article 370) हटाए जाने के मुद्दे को लेकर दर-दर भटक चुके इमरान खान (Imran Khan) अब अपने देश में भी आलोचनाओं का शिकार हो रहे हैं। पाकिस्तान (Pakistan) की बदहाल होती आर्थिक व्यवस्था की वजह से इमरान खान बूरी तरह घिरते जा रहे है। दरअसल पाकिस्तान के हालात पर करीबी नजर डालें तो प्रतीत होता है कि इमरान खान ने गरीबी से जूझ रहे देश को और कंगाल बन दिया है। इमरान ने अगस्त 2018 में पाकिस्तान की सत्ता संभाली थी और इकॉनमिक टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक इसके बाद से पाकिस्तान की हालत और भी खराब हो गई है। इस साल जुलाई अप्रैल के बीच विदेशी निवेश में 51.7 फीसदी की कमी आई है। विदेशी प्राइवेट इन्वेस्टमेंट में भी 64.3 फीसदी की गिरावट आई है।

पाकिस्तान की इकॉनिमक ग्रोथ की बात करे तो इसमें पहले भारी गिरावट आई है। 5.5 फीसदी चलने वाली ग्रोथ अब गिरकर 3.3 फीसदी पर पहुंच गई है। अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले साल ये 2.4 फीसदी तक पहुंच सकता है। एशियन डेवलपमेंट आउटलुक रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान की नीतियों को लेकर अनिर्णय व वित्तीय तथा बाह्य आर्थिक असंतुलनों की वजह से निवेश में कमी आई है जिसकी वजह से मौजूदा वित्त वर्ष में विकास में कमी देखी गई।

पाकिस्तानी रुपये में गिरावट

वही इसके साथ-साथ पाकिस्तानी रुपये भी भारी गिरावट आ रही है। पिछले साल अगस्त में एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपये की कीमत 122 रुपये थी वही अब ये 156 रुपये पर तक पहुंच गई है।

13 फीसदी तक पहुंच जाएगी मंहगाई दर

मंहगाई दर की बात करे तो इमरान खान के पीएम बनने के बाद इसमें भारी इज़ाफा हुआ है। पिछले साल मंहगाई दर 3.9 फीसदी थी जो अब बढ़कर 7.3 फीसदी पर पहुंच गया है। कहा जा रहा है कि ये अगले साल 13 फीसदी तक पहुंच सकता है।

6 लाख करोड़ का कर्ज

देश को चलाने के लिए पाकिस्तान लगातार कर्ज ले रहा है। मार्च 2019 तक पाकिस्तान पर 85 बिलियन डॉलर यानी भारतीय रुपये में 6 लाख करोड़ से ज़्यादा कर कर्ज है। पाकिस्तान ने पश्चिमी यूरोप और मध्य पूर्व के देशों से भारी भरकम कर्ज ले रखा है। पाकिस्तान को सबसे कर्ज चीन ने दिया है। इसके अलावा पाकिस्तान ने कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों से लोन ले रखा है।

पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर का कहना है कि कश्मीर का मुद्दा इमरान खान ने इसलिए उठाया हुआ है जिससे आम जनता का ध्यान घरेलू समस्याओं से भटका सके। हामिद मीर का कहना है कि आगे आने वाले दो महीने इमरान खान के लिए अच्छे नहीं है। जहां उन्हें अपनी सरकार बचाने के लिए भी संघर्ष करना पड़ सकता है। हामिद मीर कहना है कि इमरान खान लगातार कश्मीर को लेकर पीएम मोदी के खिलाफ बड़े-बड़े बयान दे रहे हैं। उनका मकसद लोगों का देश की खराब आर्थिक हालत और घरेलू समस्याओं से ध्यान भटकाने का है। मीर ने बताया कि संदिग्ध चंदे को लेकर चुनाव आयोग कभी भी इमरान की पार्टी के चुनाव को अमान्य करार दे सकता है।