पाकिस्तान : क्वेटा में हजारा समुदाय को निशाना बनाकर किया धमाका, 16 की मौत, 30 से ज्यादा लोग जख्मी

शुक्रवार को पाकिस्तान के क्वेटा में हुए एक धमाके में 16 लोगों की मौत हो गई और 30 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए है। पुलिस के हवाले से 'डॉन' ने बताया कि घायलों को बोलन मेडिकल कॉम्प्लेक्स में भर्ती कराया गया है। वही पुलिस का कहना है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। प्रधानमंत्री इमरान खान ने घटना की निंदा की और इसकी रिपोर्ट मांगी है। बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री जाम कमाल ने कहा कि हमले के जिम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा। शांति भंग की साजिश करने वालों का जल्द पता लगाया जाएगा। कट्टरपंथी विचारधारा के लोग समाज को तोड़ने का काम कर रहे हैं। एनसीएचआर ने कहा, क्वेटा में हत्याएं, धमाके और फिदायीन हमले किए जा रहे हैं। इसके चलते वहां रोजमर्रा की जिंदगी पर असर पड़ रहा है। पाक के नेशनल कमीशन फॉर ह्यूमन राइट्स (एनसीएचआर) के मुताबिक- जनवरी 2012 से दिसंबर 2017 तक क्वेटा में हुए आतंकी हमलों में हजारा समुदाय के 509 लोग मारे गए और 627 जख्मी हुए।

हजारा समुदाय मध्य अफगानिस्तान में रहता है। ये लोग शिया होते हैं और हजारगी उपभाषा बोलते हैं। यह अफगानिस्तान का तीसरा सबसे बड़ा समुदाय हैं। अफगानिस्तान में इनकी आबादी को लेकर विवाद है और यह 26 लाख से 54 लाख के बीच में मानी जाती है। ये लोग कुल अफगान आबादी का करीब 18% हिस्सा हैं। अफगानिस्तान में जब तालिबान का शासन था, तो शिया होने के चलते हजारा लोगों कई जुल्म ढाए गए। इसके चलते समुदाय की एक बड़ी संख्या पाकिस्तान जाने के लिए मजबूर हो गई। ये ज्यादातर क्वेटा में बसे हुए हैं।