नहीं चली इमरान खान की! अगले 3 साल पाकिस्तान के आर्मी चीफ बने रहेंगे बाजवा

पाकिस्तान (Pakistan) की इमरान खान सरकार (Imran Khan Government) ने पाकिस्तानी आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा (General Qamar Javed Bajwa) के कार्यकाल को 3 साल के लिए और बढ़ा दिया गया है। पाकिस्तान के सरकारी टीवी पीटीवी रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री इमरान खान ने आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा के कार्यकाल को तीन साल के लिए बढ़ाने पर मंजूरी दे दी है। पाकिस्तानी सरकार ने ये फैसला क्षेत्रीय सुरक्षा वातावरण बनाए रखने के लिए लिया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी बयान में कहा गया है, 'जनरल क़मर जावेद बाजवा को वर्तमान कार्यकाल पूरा होने की तारीख से तीन साल के लिए एक और कार्यकाल के लिए सेनाध्यक्ष नियुक्त किया जाता है। यह निर्णय क्षेत्रीय सुरक्षा वातावरण को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।'

पीएम ऑफिस से जारी इस बयान में लिखा गया है कि ये फैसला क्षेत्रीय सुरक्षा माहौल को देखते हुए लिया गया है। इस अधिसूचना पर खुद प्रधानमंत्री इमरान खान ने दस्तखत किया है। बता दें कि जनरल बाजवा को पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ ने आर्मी चीफ नियुक्त किया था। जनरल बावजा की नियुक्ति नवंबर 2016 में हुई थी। जनरल बाजवा से पहले राहील शरीफ पाकिस्तान के आर्मी चीफ थे।

सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान 3 साल के लिए बाजवा का कार्यकाल बढ़ाए जाने के पक्ष में नहीं थे। वह चाहते थे कि बाजवा का कार्यकाल सिर्फ 1 साल के लिए बढ़ाया जाए लेकिन बाजवा ने कार्यकाल बढ़ाने के लिए इमरान खान पर दबाव बनाया जिसके कारण यह फैसला लिया गया। बता दें 58 साल के बाजवा इस साल रिटायर होने वाले थे, लेकिन इससे ठीक पहले सरकार ने उनका कार्यकाल बढ़ा दिया है। कमर जावेद बाजवा पाकिस्तान मिलिट्री एकेडमी के 62वें लॉन्ग कोर्स से ताल्लुक रखते हैं। कमर जावेद बाजवा पहले रावलपिंडी कॉर्प्स के कमांडर थे। अपने सर्विस काल में वे पाकिस्तान के सेना मुख्यालय में ट्रेनिंग और इवोलूशन डिपार्टमेंट में इंस्पेक्टर जनरल बने।

बता दें कि पाकिस्तान ने आर्मी चीफी कमर जावेद बाजवा का कार्यकाल ऐसे मौके में बढ़ाया है जब जम्मू-कश्मीर को लेकर भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम स्तर पर है। जम्मू-कश्मीर के मौजूदा राजनीतिक हालात पर बाजवा कई बार भारत विरोधी बयान दे चुके हैं। पिछले बुधवार को बाजवा ने कहा था कि न तो 1947 में कागज के अवैध एक टुकड़े से और न ही भारत सरकार के हाल के कदम से जम्मू-कश्मीर की सच्चाई बदल जाएगी।

इससे पहले बाजवा ने कहा कि कश्मीरियों के न्यायपूर्ण संघर्ष के लिए आखिरी दम तक पाकिस्तान की सेना उनके साथ खड़ी है। बाजवा ने कहा कि पाकिस्तान की सेना पूरी तरह से तैयार है और अपने कर्तव्यों का पालन करने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है।