पिछले साल अक्टूबर महीने में ओडिशा में तितली तूफान ने भारी तबाही मचाई थी वही अब पाबूक तूफान का खतरा मंडरा रहा है जिसके चलते राज्य के सात जिलों में ऐहतियात के तौर पर अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग का कहना है कि दक्षिण चीन से उठा तूफान अंडमान निकोबार के रास्ते ओडिशा की तरफ बढ़ रहा है। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग का कहना है कि गुरुवार यानि 3 जनवरी को पाबूक तूफान अंडमान से करीब 1 हजार किमी दूर था। तूफान की चाल से अंदेशा है कि ये 6 जनवरी के आसपास राज्य के तटीय इलाकों से टकराएगा। तूफान की वजह से राज्य के तटीय जिलों में भारी बारिश हो सकती है। हालांकि समय बीतने के साथ साथ तूफान कमजोर पड़ जाएगा। तूफान की वजह से भद्रक, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, पुरीस गंजाम जिलों में लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है। इसके साथ मछुआरों को सलाह दी गई है कि वो आने वाले दो से तीन दिन तक गहरे समुद्र में न जाएं।
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग का कहना है कि गुरुवार यानि 3 जनवरी को पाबूक तूफान अंडमान से करीब 1 हजार किमी दूर था। तूफान की चाल से अंदेशा है कि ये 6 जनवरी के आसपास राज्य के तटीय इलाकों से टकराएगा। तूफान की वजह से राज्य के तटीय जिलों में भारी बारिश हो सकती है। हालांकि समय बीतने के साथ साथ तूफान कमजोर पड़ जाएगा।
बता दें कि तितली की वजह से करीब 57 लोगों की मौत हो गई थी। हजारों की संख्या में रिहायशी इलाके तबाह हो गए और करीब 2200 करोड़ की संपत्ति का नुकसान हुआ था।। राज्य सरकार ने उस वक्त इंतजाम का वादा किया था। लेकिन तबाही के स्तर को देखकर कहा जा सकता है कि राज्य सरकार के वादों की पोल खोल गई। हालांकि इस दफा राज्य सरकार का कहना है कि तूफान को देखते हुए आम लोगों को पहले ही चेतावनी दे दी गई है। इसके साथ ही राहत बचाव के भी इंतजाम कर लिए गए हैं।