बड़ी लापरवाही : खतरे में पड़ी कोरोना रोगियों की जान, ऑक्सीजन का प्रेशर अचानक हुआ कम

राजस्थान के बीकानेर में पीबीएम अस्पताल में बड़ी लापरवाही देखने को मिली जिसकी वजह से कोरोना रोगियों की जान खतरे में पड़ गई। शुक्रवार को कुछ ऐसा हुआ जिसमें अचानक ऑक्सीजन का प्रेशर कम हो गया और कोरोना मरीजों की सांसें उखड़ने लगी। ऑक्सीजन प्रेशर कम होने से अस्पताल में हड़कंप मच गया। मरीजों के रिश्तेदार, ड्यूटी डॉक्टर एवं मेडिकल स्टाफ परेशान होकर इधर उधर भागते रहे। जिला कलेक्टर, सुपरिटेंडेंट, प्रिंसिपल, इंचार्ज सभी जिम्मेदार लोगों को हॉस्पिटल से फोन किए गए। लेकिन किसी का फोन नहीं उठा।

जानकारी के मुताबिक, रात 2 बजकर 50 मिनट पर अचानक आइसीयू और सभी फ्लोर पर ऑक्सीजन का प्रेशर बेहद कम हो गया। इससे उन मरीजों की तबीयत बिगड़ने लगी जो कि ऑक्सीजन के सपोर्ट पर थे। मरीजों के परिजनों में भी हंगामा मच गया।

हॉस्पिटल में करीब 130 मरीज हैं, जो कि ऑक्सीजन सपोर्ट में हैं। इनमें से 30 मरीज आईसीयू में हैं, जिन्हें फुल लेवल प्रेशर ऑक्सीजन की जरूरत है। जबकि 100 अन्य मरीज हैं जिन्हें ऑक्सीजन की जरूरत है। हॉस्पिटल में ऑक्सीजन खत्म होने की सूचना पर डॉ. सुरेंद्र वर्मा एवं यूनिट के अन्य डॉक्टर सूचना मिलने पर आनन-फानन में अस्पताल पहुंचे। वहां उन्होंने आईसीयू में भर्ती मरीजों को संभाला।

रात करीब 3:20 बजे ऑक्सीजन प्रेशर मेंटेन हो पाया। तब तक आइसीयू मे बहुत से मरीजों की सांसें उखड़ने लगी थीं। रात्रि मे ऑक्सीजन सप्लाई रूम में काम कर रहे नर्सिंग कर्मचारी से मरीजों के परिजनों ने बात की तो उसने कहा कि ऑक्सीजन सिलेंडर लाने वाली गाड़ी नहीं आई जिससे सप्लाई लाइन बाधित हो गई।

गौरतलब है कि पीबीएम बीकानेर संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल है। यहां कुल 250 मरीजों की क्षमता है। फिलहाल 290 मरीज भर्ती हैं। बीकानेर समेत हनूमानगढ़. गंगानगर , चूरू और नागौर से भी यहां मरीज आते हैं।