भारत में ओवरस्पीडिंग की वजह से होते हैं 60% रोड एक्सीडेंट, ये हैं हादसे के 3 मुख्य कारण

भारत में रोड एक्सीडेंट की वजह से सबसे ज्यादा मौतें होती है और गंभीर चोटें आती हैं। NCRB के डेटा के अनुसार भारत में हर साल लगभग 4,50,000 एक्सीडेंट होते हैं। इसमें लगभग 1,50,000 लोग मारे जाते हैं। कई लोग हमेशा के लिए विकलांग हो जाते हैं। NCRB की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में 60% रोड एक्सीडेंट ओवरस्पीडिंग की वजह से होते हैं। केंद्र सरकार ने कहा कि साल 2020 में 3 लाख से भी ज्यादा रोड एक्सीडेंट हुए जिसमें करीब 1 लाख 32 हजार लोगों की मौत हो गई। सरकार ने हाईवे और एक्सप्रेस वे पर ओवरस्पीडिंग को इन हादसों का मुख्य कारण बताया। मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे के अनुसार 2021 में एक्सीडेंट का शिकार होने वाले दो-तिहाई लोग ओवरस्पीडिंग कर रहे थे।

ओवरस्पीडिंग के ये हैं 3 कारण

मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे की एक रिपोर्ट में कहा गया कि ओवरस्पीडिंग की वजह से होने वाले एक्सीडेंट सबसे ज्यादा खतरनाक और जानलेवा होते हैं। इसके तीन मुख्य कारण हैं…

- तेज स्पीड पर चल रहे व्हीकल को अधिक ब्रेकिंग डिस्टेंस की जरूरत पड़ती है। इसका मतलब है कि जब स्पीड ज्यादा होगी तो व्हीकल को रूकने के लिए ज्यादा जगह की जरूरत होगी। वहीं एक कम स्पीड पर चल रहा व्हीकल ब्रेक लगाते ही तुरंत रूक जाता है।
- तेज स्पीड पर चल रहा व्हीकल अगर क्रैश होता है तो इंटेनसिटी ज्यादा होगी। इससे हादसा गंभीर होता है।
- हाई स्पीड पर गाड़ी चलाने वाले ड्राइवर के पास सड़क पर होने वाली चीजों को समझने और फैसला लेने का काफी कम समय रहता है। ऐसे में कई बार ड्राइवर गलत फैसला ले लेते हैं और हादसे का शिकार हो जाता हैं।