
गुरुवार को चीन ने भारत और पाकिस्तान से संयम बरतने का आग्रह किया और चेतावनी दी कि किसी भी उत्तेजक कार्रवाई से हालात और बिगड़ सकते हैं। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि बीजिंग मौजूदा घटनाओं से चिंतित है। उन्होंने दोनों देशों से अपील की कि वे “शांति और स्थिरता के व्यापक हितों” को ध्यान में रखते हुए कार्य करें, अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का पालन करें, शांति बनाए रखें और किसी भी ऐसे क़दम से बचें जो तनाव को बढ़ावा दे।
इसी बीच, चीन ने एक ऐसा कदम उठाया है जिससे पाकिस्तान को ज़रूर तकलीफ़ होगी। भारत में चीन के राजदूत जू फेइहोंग ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा करते हुए कहा कि चीन उन्नत संचार और इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) में आगे बढ़ रहा है, जबकि भारत आईटी और नवाचार (इन्वोवेशन) के क्षेत्र में चमक रहा है। उन्होंने दोनों देशों को अत्याधुनिक तकनीकों को विकसित करने और वैश्विक प्रगति को बढ़ावा देने में साझेदार बताया।
पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत की सख्त कार्रवाई22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया। इस हमले में निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाए जाने के बाद भारतीय सेना ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकियों के ठिकानों पर सटीक और संगठित हमला किया। इस कार्रवाई में भारतीय सशस्त्र बलों ने नौ आतंकी अड्डों को निशाना बनाकर तबाह कर दिया।
इसके जवाब में, पाकिस्तान की सेना ने 8 और 9 मई की रात को पश्चिमी सीमा पर ड्रोन और अन्य हथियारों का उपयोग करते हुए हमले किए। इसके अलावा, पाक सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर कई बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। हालांकि, भारतीय सेना ने ड्रोन हमलों को प्रभावी ढंग से विफल किया और हर उल्लंघन का सख्त जवाब दिया।