बंगाल: TMC में विद्रोह के स्वर अपने विधायक को ममता ने कहा 'गद्दार का बेटा'

लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे आने के बाद पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की अगुआई वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को बड़ा झटका लगा है। बीजेपी ने राज्य में शानदार प्रदर्शन करते हुए 18 सीटें हासिल की हैं। 2014 में यह आंकड़ा महज दो सीटों का था। वहीं टीएमसी अपने पिछले प्रदर्शन को नहीं दोहरा सकी है। ममता की टीएमसी को 22 सीटें मिली हैं। वोट शेयर की बात करें तो यहां भी बीजेपी टीएमसी से ज्यादा दूर नहीं है। टीएमसी और बीजेपी के बीच सिर्फ तीन फीसदी का अंतर है। इस बार के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 40.3 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 2 करोड़ 30 लाख 28 हजार 343 वोट हासिल हुए हैं। वहीं, टीएमसी को 43.3 फीसदी वोट शेयर के साथ 2 करोड़ 47 लाख 56 हजार 985 मत मिले हैं। बीजेपी के वोट शेयर में 2014 के मुकाबले करीब 23 फीसदी का उछाल आया है। पिछले आम चुनाव में बीजेपी को बंगाल में 17 फीसदी वोट मिले थे। ममता को मिली इस हार के बाद टीएमसी में भी विद्रोह के स्वर सुनाई दे रहे हैं।

पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना के बीजपुर से टीएमसी विधायक और भाजपा नेता मुकुल राय के बेटे सुभ्रांशु रॉय को ममता बनर्जी ने 'गद्दार का बेटा' का बेटा कहा है जिससे सुभ्रांशु भड़क गए हैं। सुभ्रांशु रॉय ने अपने पिता मुकुल रॉय की खुलकर तारीफ करते हुए कहा कि वह अपने पिता के सामने हार मान रहे हैं। सुभ्रांशु ने कहा कि वह पार्टी नहीं छोड़ रहे हैं, लेकिन जल्द ही मुकुल (अपने पिता) के साथ परामर्श करेंगे। अगर रॉय पाला बदलते हैं तो यह ममता बनर्जी के लिए बड़ा झटका होगा। दरअसल बैरकपुर संसदीय सीट में इस बार सबसे दिलचस्प राजनीतिक लड़ाई थी। भाजपा ने यहां से अर्जुन सिंह को टिकट दिया था जो टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे और अर्जुन को जिताने की जिम्मेदारी भाजपा ने मुकुल रॉय को दी थी।

जबकि टीएमसी ने यहां से पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी को टिकट दिया था और सुभ्रांशु रॉय इस सीट पर दिनेश को जीत दिलाने के लिए मेहनत कर रहे थे। इस सीट पर एक तरह से बाप-बेटे के बीच में भी मुकाबला हो रहा था। जब 23 मई को नतीजे घोषित हुए तो परिणाम बीजेपी के पक्ष में गए। भाजपा के अर्जुन सिंह ने दिनेश त्रिवेदी को 14857 मतों के नजदीकी अंतर से हरा दिया।

लोकसभा नतीजों के बाद ममता का मंथन

सीएम ममता बनर्जी ने नतीजों के बाद पैदा हुए हालात पर चर्चा के लिए अपने नेताओं की बैठक बुलाई है। टीएमसी सुप्रीमो ममता ने कोलकाता के कालीघाट स्थित अपने आवास पर शनिवार को पार्टी के नेताओं को मंथन के लिए बुलाया है। इस बैठक में पार्टी के सभी बड़े नेताओं को मौजूद रहने के निर्देश दिए गए हैं। माना जा रहा है कि इस बैठक के दौरान लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर चर्चा होगी। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में टीएमसी विधायकों को भी बुलाया गया है। राज्य में दो साल बाद विधानसभा चुनाव हैं और बीजेपी के उभार को देखते हुए टीएमसी की चिंताएं बढ़ रही हैं। इससे पहले ममता ने काउंटिंग के दौरान ट्वीट में कहा था, 'विजेताओं को बधाई। लेकिन सभी हारने वाले लूजर्स नहीं हैं। हम इसपर पूरी समीक्षा करके आपसे विचार साझा करेंगे। पहले वोटों की गिनती और वीवीपैट से मिलान पूरा होने दिया जाए।'