सूखा ही निकला राजस्थान का सावन, 3 दिन जमकर बरसने के बाद 15 दिन रहे सुस्त

सावन के महीने को बरसात के लिए जाना जाता हैं, लेकिन राजस्थान का सावन सूखा निकला हैं जिसमें 3 दिन जमकर बरसने के बाद 15 दिन सुस्त रहे। 24 जुलाई से 22 अगस्त के बीच 17 दिन ही बरसा हैं। पिछले छह साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो यह तीसरी बार है, जब प्रदेश में सावन के दौरान 200 मिमी (154.69) से भी कम बारिश हुई। हांलाकि बीते 24 घंटे में काेटा, सीकर, बूंदी, अलवर, झालावाड़, धाैलपुर, दाैसा, नागाैर, चूरू, बाड़मेर में खूब बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक अगले चार-पांच दिन मानसून फिर से कमजाेर पड़ने से बारिश में कमी आने का अनुमान है।

18 जून को राजस्थान में मानसून की एंट्री होने के बाद से यानी 66 दिन में सिर्फ 21 दिन ही अच्छी बारिश हुई है। पूरा आषाढ़ सूखा गुजरा। इसके बाद सावन के पहले दिन यानी 24 जुलाई से मानसून फिर सक्रिय हुआ और 3 दिन जमकर बरसा लेकिन फिर 15 दिन के लिए सुस्त पड़ गया। बीते 4 दिन में पूर्वी राजस्थान के अच्छी बारिश हुई है लेकिन बीच-बीच में ब्रेक लेने के कारण बारिश का आंकड़ा औसत से अब 6% तक नीचे अा गया है।

24 जुलाई से 22 अगस्त के बीच यानी सावन में इस बार कुल 240.63 मिमी पानी गिरा। इससे पहले 24 जुलाई तक बारिश का आंकड़ा औसत से 35 फीसदी कम यानी 131.91 मिमी था। 2018 के बाद इस मानसून सीजन के तीनाें महीने जून, जुलाई और अगस्त में औसत से कम बारिश हुई। हर साल जून, जुलाई, अगस्त में औसतन 394.46 मिमी बारिश होती है। इस बार अब तक 22 अगस्त तक 372.15 मिमी बारिश हो चुकी है।