नई दिल्ली। सरकार ने बुधवार को राज्यसभा में बताया कि जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकवादियों को या तो जेल भेजा जाएगा या फिर जहन्नुम भेजा जाएगा। कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी के पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि मोदी सरकार आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएगी और हाल ही में हुई आतंकवादी गतिविधियों को समाप्त किया जाएगा।
राय की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब केंद्र शासित प्रदेश में हाल ही में, विशेषकर जम्मू क्षेत्र में, आतंकवादी हमलों की बाढ़ आ गई है।
मंत्री ने कहा, वे (आतंकवादी) अपने मंसूबों में कामयाब नहीं होंगे। मंत्री ने सदन को बताया कि पिछले कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर में 28 आतंकवादी मारे गए हैं और कुछ सुरक्षाकर्मी भी शहीद हुए हैं।
राय ने कहा कि 2019 में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर में करीब 900 आतंकवादियों को मार गिराया है। राय ने कहा, मोदी सरकार आतंकवाद को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करती। हम आतंकवाद को खत्म करेंगे। वे (आतंकवादी) या तो जेल में होंगे या जहन्नुम में... मैं सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं।
मंत्री ने यह भी कहा कि 2004-2014 में यूपीए सरकार के शासन के दौरान जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की 7,217 घटनाएं हुईं। राय ने कहा कि 2014 में जब भाजपा सत्ता में आई थी और इस साल 21 जुलाई को यह संख्या घटकर 2,259 रह गई।
मंत्री ने कहा, ऐसा नहीं होना चाहिए था। यह दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन उन्हें (विपक्ष को) इस पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। राय ने सदन को बताया कि 2004 से 2014 के बीच 2,829 नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों की जान गई। 2014 के बाद से यह संख्या 67 प्रतिशत कम हुई है।
इसके अलावा, आतंकी घटनाओं में भी 69 प्रतिशत की कमी आई है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में लोग अब शांतिपूर्ण माहौल में रह रहे हैं और सुरक्षा की पूरी गारंटी है।