ओमिक्रॉन के बढ़ते कदम, ब्रिटेन में 22 मरीज मिलने से हड़कंप

कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) दुनिया में धीरे-धीरे पैर पसारना शुरू कर दिया हैं। ब्रिटेन में ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant in Britain) के 22 मामलों की पुष्टि होने के बाद हडकंप मच गया हैं। ब्रिटिश हेल्थ मिनिस्टर साजिद जावेद ने कहा कि इस वैरिएंट का कितना असर हो सकता है, इसके बारे में अगले दो सप्ताह में जानकारी मिल सकती है। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक फिलहाल इसके असर का पता लगाने में जुटे हैं। इसके साथ ही कोरोना वैक्सीन के इस वैरिएंट पर असर को लेकर कहा कि ऐसा लगता है कि ये कारगर होंगी। उन्होंने कहा कि ऐसा संभव है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट पर वैक्सीन का असर कम हो, लेकिन अब भी ये इससे निपटने का सबसे अच्छा उपाय हैं।

ब्राजील में भी Omicron ने दी दस्तक

कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) ब्राजील (Brazil) में भी पहुंच गया है। ब्राजील में दो लोगों में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई है। ये दोनों दक्षिण अफ्रीका से यात्रा करके लौटे थे। साओ पाउलो राज्य के स्वास्थ्य सचिवालय ने बताया कि ओमिक्रॉन संक्रमित 41 वर्षीय पुरुष और 37 वर्षीय महिला को क्वारैंटाइन कर दिया गया है। ये दोनों 23 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से लौटे थे। इनका कोरोना टेस्ट 25 नवंबर को हुआ, उस समय इनमें संक्रमण के हल्के लक्षण मिले थे।

जापान ने बढ़ाई सख्ती, लगेगी बूस्टर डोज

इस बीच जापान ने भी ओमिक्रॉन वैरिएंट का मामला देश में मिलने के बाद सख्ती बढ़ा दी है। जापान में बूस्टर डोज दिए जाने का भी फैसला लिया गया है। फिलहाल हेल्थ वर्कर्स को कोरोना वैक्सीन की तीसरी अथवा बूस्टर डोज दी जाएगी। जापान में इसी साल फरवरी से वैक्सीनेशन शुरू हुआ था और करीब 9 महीने बाद हेल्थवर्कर्स को अब बूस्टर डोज दिए जाने की तैयारी है। अब तक जापान के 77% लोगों को दोनों टीके लग चुके हैं और अब वैक्सीनेशन का नया राउंड शुरू हो गया है। मंगलवार को ही जापान में ओमिक्रॉन वैरिएंट का पहला मामला मिला था। बता दें कि जापान ने अपनी सीमाओं को सील कर दिया है। इसके अलावा इंटरनेशनल ट्रैवलर्स की एंट्री पर भी रोक लगा दी है।

यूरोप में एक हफ्ते पहले ही पहुंच चुका था ओमिक्रॉन वैरिएंट


नीदरलैंड्स के हेल्थ अफसरों ने मंगलवार को एक चौंकाने वाली जानकारी दी। उन्होंने कहा- करीब 9 दिन पहले नीदरलैंड्स में दो लोगों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। बाद में इनकी और जांच की गई तो इनमें ओमिक्रॉन वैरिएंट पाया गया। इसका मतलब यह हुआ कि यूरोप में यह वैरिएंट एक हफ्ते पहले ही पहुंच गया था। दोनों ही संक्रमित साउथ अफ्रीका से नीदरलैंड्स आए थे।

दुनिया भर में फिलहाल ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर चिंता जाहिर की जा रही है। हालांकि अब तक यह क्लियर नहीं है कि इसके कितने खतरे हैं और कितनी तेजी से यह पैर पसार सकता है। हालांकि जापान, ब्रिटेन, इजरायल जैसे देशों ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। भारत ने भी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को लेकर नियमों को सख्त कर दिया है।

किन-किन देशों में पहुंच चुका है Omicron

दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, जिम्बॉब्वे, नामीबिया, लेसोथो, इस्वातिनी, मोज़ाम्बिक और मलावी में ओमिक्रॉन ने अपने पैर पसार रखे है, जिसकी वजह से ब्रिटेन और अमेरिका जैसे देशों ने इन देशों की यात्रा पर कड़ा प्रतिबंध लगा दिया है। वहीं भारत ने भी दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना और हांगकांग से आने वाले यात्रियों की और सख़्त जांच करने का आदेश दिया है।