हिरासत में उमर अब्दुल्ला, बदल गया हुलिया, दिन गुजारने के लिए करते है ये काम

केंद्र सरकार की ओर से अनुच्छेद 370 (Article 370) के प्रावधानों को जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) से हटाए जाने के बाद 5 अगस्त से उमर अब्दुल्ला हरिनिवास गेस्ट हाउस में हिरासत में हैं। उमर अब्दुल्ला को हिरासत में लिए जाने के बाद से उनके परिवार के कई सदस्यों को एक साथ उनसे मिलने की इजाजत सोमवार को पहली बार दी गई। इस मुलाकात के बाद ही हिरासत में उमर अब्दुल्ला से जुड़ी कई नई बातें बाहर आईं। उमर अब्दुल्ला को अब कोई देखे तो पहली नजर में पहचान नहीं सकता। उन्होंने पिछले 29 दिन से दाढ़ी नहीं बनाई है। उमर अब्दुल्ला का कहना है कि जब तक वो रिहा नहीं हो जाते शेव नहीं करेंगे। बता दे, उमर अब्दुल्ला के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती को 5 अगस्त को हिरासत में लिया गया था। उन्हें चश्मेशाही गेस्ट हाउस में हिरासत में रखा गया है। रविवार को उनकी मां और बहन ने उनसे मुलाकात की।

उमर अब्दुल्ला हिरासत में अपना समय किस तरह बिता रहे हैं और उनका दिन का शेड्यूल क्या रहता है, ये सवाल उनके भांजे जैद ने उनसे पूछा। इस पर उमर अब्दुल्ला ने बताया कि वे हरिनिवास सरकारी गेस्ट हाउस के लॉन्स में हर दिन 8 किलोमीटर दौड़ लगाते हैं।

सोमवार को उमर अब्दुल्ला की बड़ी बहन साफिया अब्दुल्ला अपने दो बच्चों के साथ उनसे मिलीं। इस मौके पर उमर अब्दुल्ला की बुआ भी मौजूद थीं। साफिया ने इंडिया टुडे को बताया, 'मैं एक हफ्ते में उमर साहब से तीन बार मिली, क्योंकि मजिस्ट्रेट ने हमें इजाजत दी इसलिए आज सुबह मैं अपने बच्चों और फूफी (बुआ) के साथ गई। बाहर क्या हो रहा है इसको लेकर उन्हें (उमर अब्दुल्ला) को कोई जानकारी नहीं है। वहां सैटेलाइट टीवी भी काम नहीं कर रहा। इसलिए हमने उनकी पसंद की बहुत सारी सीडी उपलब्ध कराईं। इसके अलावा वे किताबें पढ़ रहे हैं और अपनी पसंद की फिल्में देख रहे हैं।'

साफिया ने बताया, 'उमर अब्दुल्ला दाढ़ी बढ़ा रहे हैं। मैंने जब उनसे पूछा कि शेव क्यों नहीं कर रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि जब तक वो रिहा नहीं हो जाते शेव नहीं करेंगे।' साफिया ने बताया कि दिल्ली में उमर अब्दुल्ला के बच्चे भी उनसे मिलने के लिए बहुत उत्सुक हैं, लेकिन हमने उन्हें अभी तक यहां नहीं बुलाया है।

साफिया अब्दुल्ला श्रीनगर में गुपकर रोड पर पिता फारूक अब्दुल्ला के आवास के साथ वाले घर में ही रहती हैं। अपने बीमार पिता का वही ध्यान रख रही हैं, जो घर में नजरबंद हैं।

उमर अब्दुल्ला के लिए भी खाना उन्हीं के घर से जाता है। उमर अब्दुल्ला की बहन ने बताया, ‘मैं उनके लिए खाना बनाने की कोशिश करती हूं। हमारे घर में फैमिली कुक है। कल हमने उनके लिए कुछ डिश बनाईं और आज उनके लिए ले गए।’