जयपुर। राजस्थान के नव निर्वाचत मुख्यमंत्री भजनलाल 15 दिसम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। राजस्थान में भी भाजपा मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ का ही फॉर्मूला अपनाने जा रही है। यहाँ पर भी मुख्यमंत्री भजनलाल के साथ ही उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी और प्रेमकुमार बैरवा ही शपथ लेंगे। प्रदेश की जनता को अभी नए मंत्रियों का इंतजार करना होगा। पार्टी सूत्रों की मानें तो दिल्ली से ही नए मंत्रियों के नाम पर मुहर लगाई जाएगी। सीएम भजनलाल शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी सहित सभी प्रमुख नेता चर्चा करके मंत्रियों के नाम तय करेंगे। इसके बाद दिल्ली से नामों की घोषणा होगी। मलमास के दौरान ही नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है। 2013 में तत्कालीन राजे सरकार में भी मंत्रियों को बाद में शपथ दिलाई गई थी।
संघ कार्यालय पर हुई चर्चा
मुख्यमंत्री भजनलाल बुधवार को आमजन और नेताओं के साथ मुलाकात के बीच सेवा सदन भी पहुंचे थे। यहां शपथ ग्रहण समारोह में बुलाए जाने वाले अतिथियों के साथ ही नए मंत्रिमंडल को लेकर प्रारंभिक चर्चा भी हुई थी। इस बार मंत्रिमंडल का स्वरूप लोकसभा चुनाव के अनुसार रखा जाएगा, ताकि पार्टी को चुनाव में इसका फायदा मिल सके। 27 मंत्री और बनने हैं
राजस्थान विधानसभा में कुल विधायकों की संख्या 200 है। ऐसे में 15 प्रतिशत के हिसाब से 30 मंत्री बनाए जाने हैं। सीएम और डिप्टी सीएम की घोषणा हो चुकी है। ऐसे में अब 27 और मंत्री बनाए जाने हैं। हालांकि पहले फेज में 12 या 13 मंत्रियों को ही शपथ दिलाई जा सकती है।