NRC से सबक सीखे बीजेपी, अवैध घुसपैठियों के भ्रम का हुआ भंडाफोड़ : ओवैसी

असम (Assam) में एनआरसी (NRC) की फाइनल लिस्ट जारी कर दी गई है। एनआरसी लिस्ट जारी होने के बाद एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि आज असम में जो हुआ उससे बीजेपी को सबक सीखना चाहिए और मुसलमानों के संदर्भ में पूरे देश में एनआरसी की प्रक्रिया पर रोक लगानी चाहिए। उन्हें सीखना चाहिए कि असम में क्या हुआ। अवैध घुसपैठियों का भ्रम टूट गया है। उन्होंने कहा, ये मेरा अपना संदेह है कि बीजेपी नागरिकता संशोधन बिल के जरिए बीजेपी ऐसा बिल ला सकती है, जिससे सभी गैर मुस्लिमों को नागरिकता दे सकती है, जो समानता के अधिकार का उल्लंघन होगा।ओवैसी ने कहा, असम के कई लोगों ने मुझे बताया कि माता-पिता के नाम लिस्ट में हैं जबकि बच्चों के नहीं। उदाहरण के तौर पर मोहम्मद सनाउल्लाह ने सेना में काम किया। उनका मामला हाई कोर्ट में लंबित है। मुझे उम्मीद है कि उन्हें न्याय मिलेगा।

बता दे, असम में बहुप्रतीक्षित अपडेटेड नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स शनिवार को जारी किया गया, जिसमें 19 लाख से अधिक लोगों के नाम शामिल नहीं हैं। एनआरसी में शामिल होने के लिए कुल 3,30,27,661 लोगों ने आवेदन किया था। एनआरसी के स्टेट कोआर्डिनेटर प्रतीक हजेला का कहना है कि 3,11,21,004 लोगों को अंतिम सूची में शामिल करने के लिए योग्य पाया गया। राज्य के एनआरसी अध्यक्ष प्रतीक हजेला के मुताबिक़ जिन लोगों का नाम लिस्ट में शामिल नहीं है वो ज़रूरी काग़जात जमा कर पाने में असफल रहे। केंद्र सरकार और असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने असम के लोगों को भरोसा दिलाया है कि लिस्ट में नाम न होने पर किसी भी व्यक्ति को हिरासत में नहीं लिया जाएगा और उसे अपनी नागरिकता साबित करने का हरसंभव मौका दिया जाएगा।