ओवर बिलिंग पर गाजियाबाद के 35 अस्पतालों से मांगा गया जवाब, 25 हजार रुपये तक बेचे थे रेमडेसिविर इंजेक्शन

कोरोना का कहर अभी भी जारी हैं और कई मरीज अस्पतालों में अभी भी पहुंच रहे हैं। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान के समय ऐसे हालात थे कि अस्पतालों में बेड खाली नहीं थे। इस दौरान कई अस्पतालों में बड़े बिल बनाए गए थे। ऑक्सीजन सिलिंडर परिजनों से मंगाया गया, रेमडेसिविर का इंजेक्शन 20 से 25 हजार रुपये तक बेचा गया। इस मामले में ओवर बिलिंग का नोटिस जारी करते हुए गाजियाबाद के 35 अस्पतालों से जवाब मांगा गया हैं। नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने जांच की फाइनल रिपोर्ट तैयार करने से पहले अस्पतालों से जवाब मांगा है। जवाब मिलने पर रिपोर्ट तैयार कर डीएम को भेजी जाएगी। ओवर बिलिंग के इस मामले में डीएम ही अस्पतालों पर कार्रवाई का निर्णय लेंगे।

इस मामले में जिले के प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना के निर्देश पर नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर की अध्यक्षता में जांच कमेटी बनी थी। इसमें सीएमओ समेत कई अन्य विभागों के अधिकारी भी शामिल हैं। जांच कमेटी ने अस्पतालों की ओर से जारी किए गए सबसे ज्यादा रकम के बिलों के साथ-साथ कुछ अन्य बिल लिए। इनकी जांच की गई तो पता चला कि शासन की ओर से निर्धारित की गई इलाज की रकम से 10 हजार से 1.5 लाख रुपये ज्यादा तक की वसूली की गई।

नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि जांच के दायरे में आए कई अस्पताल शुरूआती दौर में हुई शिकायतों पर अपना जवाब पहले ही भेज चुके हैं। अन्य अस्पतालों को नोटिस भेजकर उनसे भी जवाब मांगा गया है, ताकि एकतरफा जांच के आरोप न लग सके। जांच अधिकारी महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि एक सप्ताह में सभी अस्पतालों की ओर से जवाब मिल जाएंगे। करीब 10 दिन में रिपोर्ट तैयार कर डीएम को भेज देंगे। इसके बाद जिलाधिकारी स्तर से कार्रवाई पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।