'शराब से मौत पर नहीं मिलेगा मुआवजा', नीतीश कुमार की दो टूक, अब तक हो चुकी 58 मौतें

बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने से अब तक 58 लोगों की मौत हो चुकी हैं। विधानसभा में बीजेपी लगातार नीतीश कुमार पर हमलावर है। इस बीच सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि शराब से मौत होने पर किसी को भी मुआवजा नहीं दिया जाएगा। शराब पियोगे तो मरोगे।नीतीश कुमार ने एक बार फिर कहा कि शराब पियोगे तो मरोगे। उन्होंने कहा कि हम राष्ट्रपिता बापू के दिखाए रास्ते पर चल रहे हैं। दूसरे राज्यों में जहरीली शराब पीने से मौत हो रही हैं। बीजेपी ने शराबबंदी का समर्थन किया था।

इस दौरान सीएम नीतीश ने कहा कि किसी भी धर्म में शराब पीना अच्छी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि हम गरीबों को काम करने के लिए एक लाख रुपये दे रहे हैं कि भाई अपना काम करो, लेकिन लोग शराब पी रहे हैं। नीतीश ने कहा कि हम गरीबों के लिए काफी काम कर रहे हैं। शराबबंदी कोई मुद्दा नहीं है, लेकिन फालतू की बातें हो रही हैं।

आपको बता दे, जहरीली शराब पीने से सबसे ज्यादा मौतें छपरा के मशरख, अमनौर और मढ़ौरा इलाकों में हुई हैं। ये लोग निजी क्लीनिकों में या घर पर इलाज करा रहे थे। मरने वालों में 3 ऐसे लोग हैं जो खुद ही शराब बेच रहे थे। दूसरी तरफ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मशरख के थानेदार और चौकीदार को सस्पेंड कर दिया है जबकि डीम ने मढौरा के एसडीपीओ को ट्रांसफर करने और विभागीय कार्रवाई करने की अनुशंसा विभाग से की है।

एक्साइज डिपार्टमेंट की 7 टीमें छापेमारी कर रही हैं। मशरख के अलग-अलग इलाके से 600 लीटर अवैध शराब बरामद हुई है। अब तक 48 घंटे में 150 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।