नितिन गडकरी की पाकिस्तान को चेतावनी - नहीं रोका आतंकवाद तो भारत रोक देगा नदियों का पानी

पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि 'पाकिस्तान लगातार आतंकवादियों का समर्थन कर रहा है। यदि पाकिस्तान आतंकवाद को नहीं रोकता है, तो हमारे पास पाकिस्तान उनका पानी रोकने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं होगा। इसलिए भारत ने आंतरिक रूप से इसका अध्ययन शुरू कर दिया है। वह पानी हरियाणा, पंजाब और राजस्थान भेजा जाएगा।'

गडकरी ने कहा भारत और पाकिस्तान के बीच जल संधि का आधार शांतिपूर्ण संबंध और दोस्ती थे जो अब पूरी तरह से समाप्त हो गए हैं। इसलिए हम इस संधि का पालन करने के लिए बाध्य नहीं हैं। दरहसल, भारत और पाकिस्‍तान के बीच 1960 में हुई सिंधु जल संधि के तहत सिंधु नदी की सहायक नदियों को पूर्वी और पश्चिमी नदियों में विभाजित किया गया। सतलुज, व्यास और रावी नदियों को पूर्वी नदी जबकि झेलम, चेनाब और सिंधु को पश्चिमी नदी बताया गया। रावी, सतलुज और व्यास जैसी पूर्वी नदियों का औसत 33 मिलियन (एमएएफ) पानी पूरी तरह इस्तेमाल के लिए भारत को दे दिया गया। इसके साथ ही पश्चिमी नदियों सिंधु, झेलम और चेनाब का करीब 135 एमएएफ पाकिस्तान को दिया गया।

उन्होंने आतंकवाद पर भाजपा द्वारा उठाये गये कदमों की ओर इशारा करते हुए कहा कि मोदी के नेतृत्व में हमने देश को अच्छी दिशा दी है। गडकरी ने लोगों से कहा कि वे गरीबी, भुखमरी एवं बेरोजगारी को दूर करने के लिए मोदी को वोट दें। भाजपा द्वारा हिन्दुत्व को कथित रूप से मुद्दा बनाये जाने को लेकर पूछे गये एक सवाल पर उन्होंने कहा कि हिन्दुत्व जीवन जीने का एक तरीका है। हिन्दुत्व का मतलब हिन्दू धर्म से नहीं है। हम हिन्दुत्व का अर्थ राष्ट्रीयता से मानते हैं।

आपको बता दें कि इसी साल फरवरी में हुए पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद भारत ने सबसे पहले पाकिस्तान से एमएफएन का दर्जा वापस लिया था और फिर वहां से आयात होने वाली वस्तुओं पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर 200 प्रतिशत कर दी। इसके तुरंत बाद सिंधु जल समझौते के तहत तीन नदियों रावी, सतलज और व्यास से पाकिस्तान को मिलने वाले अपने हिस्से का पानी रोकने का फैसला किया था।