फिर टल सकती है निर्भया के हत्यारों की फांसी, दोषी विनय ने दायर की दया याचिका

निर्भया के हत्यारों में से एक ने फांसी की सजा को टालने के लिए नया पैतरा चला है। दोषी विनय के वकील एपी सिंह ने दया याचिका दाखिल कर दी है। राष्ट्रपति के पास दया याचिका बुधवार को दाखिल की गई। विनय की क्यूरेटिव याचिका सुप्रीम कोर्ट पहले ही खारिज कर चुका है। वहीं, अभी अक्षय और पवन के पास क्यूरेटिव याचिका का विकल्प खुला है। क्यूरेटिव खारिज होने के बाद दया याचिका और वो भी खारिज होने के बाद उसे चुनौती देने का विकल्प भी उनके पास है। विनय की दया याचिका खारिज होने के बाद मुकेश की तरह वो भी चुनौती याचिका दायर कर सकता है। ऐसे में अब लगभग तय है कि ऐसे में 1 फरवरी इनकी फांसी होना संभव नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को निर्भया मामले के एक दोषी मुकेश की याचिका खारिज कर दी। उसने राष्ट्रपति द्वारा उसकी दया याचिका खारिज किए जाने की न्यायिक समीक्षा की मांग की थी।

साल 2012 में दिल्ली में सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले में चार दोषियों को तीन दिन बाद फांसी की सजा दी जानी है। न्यायमूर्ति आर। भानुमति, अशोक भूषण और ए।एस। बोपन्ना की सदस्यता वाली पीठ ने कहा कि इस मामले से संबंधित सभी मामले राष्ट्रपति के समक्ष पेश किए गए थे और इसके बाद उसकी (मुकेश की) दया याचिका पर फैसला किया गया।

बता दे, तिहाड़ जेल प्रशासन ने फांसी की सारी तैयारियां पूरी कर ली है। उत्तर प्रदेश जेल महानिदेशालय ने पवन (जल्लाद) के नाम पर अंतिम मुहर लगा दी है और अब गुरुवार सुबह उसे तिहाड़ लाया जाएगा। यहां आकर वह फांसी का आखिरी ट्रायल भी करेगा। तिहाड़ जेल प्रशासन मेरठ के जल्लाद पवन को लाने के इंतजाम कर चुका है। तिहाड़ जेल महानिदेशक संदीप गोयल ने बताया कि गुरुवार को सुबह पवन (जल्लाद) को मेरठ से तिहाड़ जेल ले आया जाएगा। सुरक्षा के मद्देनजर यह नहीं बताया जा सकता है कि पवन को कहां रखा जाएगा। हालांकि, यह तय है कि पवन को दिल्ली पहुंचते ही सबसे पहले तिहाड़ जेल में स्थित फांसी घर में पहुंचाया जाएगा, ताकि वह इस बात से मुतमईन हो सके कि तिहाड़ जेल ने मुजरिमों को लटकवाने के लिए फांसी घर में जो इंतजाम किए हैं, वे दुरुस्त हैं। वहीं मंगलवार को चारों गुनहगारों को उनके परिवार वालों से आखिरी बार मुलाकात कराई गई।