26 फरवरी को सुबह साढ़े 3 बजे 12 मिराज 2000 भारतीय लड़ाकू जेट विमानों ने एलओसी के पार जाकर आतंकवादी शिविरों पर हमले किए हैं और इन्हें पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। एयरफोर्स के विमानों ने 21 मिनट तक इस हमले में 1 हजार किलो बम गिराए। इसके बाद ये विमान सुरक्षित भारत भी लौटकर आ गए। भारत के इस कदम के बाद से पाकिस्तान से लेकर कश्मीर घाटी में हड़कंप मचा हुआ है। इसके साथ ही मंगलवार को ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA)ने आतंकवादियों को टेरर फंडिंग के मामले में कश्मीर घाटी में विभिन्न अलगाववादियों के परिसरों पर मंगलवार को करीब नौ जगहों पर छापे मारे। इनमें पाकिस्तान का समर्थन करने वाले अलगाववादी सैयद अली शाह गिलानी के बेटे नईम गिलानी का आवास भी शामिल है। इनके अलावा, जेकेएलएफ नेता यासिन मलिक, मीरवाइज उमर फारूक, शबीर शाह, अशरफ सेहराई और जफर भट के आवास पर भी छापे मारे गए। अधिकारियों ने बताया कि यह मामला हवाला के जरिए अलगाववादियों को कथित रूप से पाकिस्तान से मिलने वाले धन से जुड़ा है। वहीं मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक बताया जा रहा है कि अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक के घर से रेड के दौरान पाकिस्तानी हॉटलाइन मिली है।
एनआईए की टीम ने हाईटेक कम्युनिकेशन सैटअप को मीरवाइज उमर फारूक के घर से सीज किया है। गौरतलब है कि भारत ने पुलवामा आतंकी हमले की बदला लेते हुए पाकिस्तान में घुसकर एयर स्ट्राइक की है। एयरफोर्स ने पाकिस्तान में घुसकर कई आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। इंडियन एयर फोर्स के 12 मिराज विमानों ने जैश के आंतकी ठिकानों पर 1000 किलों से ज्यादा बम गिराए। बालाकोट, चकौटी को एयरफोर्स ने चुनाव किया क्योंकि यहां जैश का अड्डा है। इसके अलावा इस ऑपरेशन में भारत ने उसके तीन करीबियों को भी खत्म कर दिया। मारे गए आतंकियों में मसूद अजहर का रिश्तेदार युसूफ अजहर शामिल है। बालाकोट में शिविरों का नेतृत्व ये ही करता था। इसके अलावा मौलाना अम्मार (अफगानिस्तान और कश्मीर ऑपरेशंस से जुड़े हुए) और मसूद अजहर के भाई और तैयारी विंग के प्रमुख मौलाना तल्हा सैफ को भी टारगेट किया गया।