नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत : आज से बहुत कुछ बदल जायेगा आपके जीवन में, जाने क्या होंगे बदलाव

आज यानी 1 अप्रैल 2019 से नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत हो गई है। नए वित्तीय वर्ष में आपके जीवन में काफी कुछ बदल जाएगा। ये बदलाव सीधे आपकी रोजमर्रा की जिंदगी पर असर डालने वाले हैं। इन बदलावों में कुछ बदलावों से तो आपको राहत मिलेगी लेकिन कुछ बदलाव ऐसे हैं जो आपकी परेशानी बढ़ा सकते हैं। आइए जानते हैं आज से कौन सी चीजें खरीदने के लिए आपको कम और ज्यादा पैसे चुकाने होंगे...

5 लाख तक की टैक्सेबल आय पर कोई टैक्स नहीं लगेगा

आज से पांच लाख रुपये तक की इनकम पर कोई टैक्स नहीं देना होगा, दरअसल केंद्र सरकार ने अंतरिम बजट 2019 में पांच लाख रुपये तक की आय को फ्री कर दिया है। लेकिन अगर आपकी आय इससे ज्यादा है तो आपको पुरानी दरों के हिसाब से ही टैक्स देना पड़ेगा। इसके साथ ही आज से आप ज्यादा टैक्स बचा पाएंगे। दरअसल स्टैंडर्ड डिडक्शन को 40 हजार रुपये से बढ़ाकर 50 हजार रुपये करने का एलान भी सरकार ने अंतरिम बजट 2019 में की थी।

सस्ता हुआ जीवन बीमा


1 अप्रैल से जीवन बीमा खरीदना सस्ता हो जाएगा। दरअसल, आज से कंपनियां मृत्यु दर के नए आंकड़ों का पालन करेंगी। अभी तक बीमा कंपनियां 2006-08 के डाटा का इस्तेमाल कर रहीं थी, जो कि अब बदलकर 2012-14 का हो जाएगा। इससे जीवन बीमा का प्रीमियम कम हो जाएगा। इस नए बदलाव से सबसे ज्यादा फायदा 22 से 50 साल के लोगों को होगा।

घर खरीदना होगा सस्ता

जीएसटी की नई दरें आज से लागू होंगी इससे अंडर कंस्ट्रक्शन घरों पर GST 5% और किफायती श्रेणी वाले मकानों पर 1% GST लगेगा, पहले ये आठ प्रतिशत था। जिसके बाद घर खरीदना भी सस्ता हो जाएगा।

लोन लेना सस्ता

बैंक अब एमसीएलआर के बजाय, आरबीआई के रेपो रेट के आधार पर लोन देंगे। जिसके बाद सभी तरह का लोन काफी सस्ता हो जायेगा। आरबीआई के रेपो रेट घटाने के तुरंत बाद ब्याज दर घटाना होंगी। अभी बैंक खुद ही तय करते हैं कि ब्याज दर कब बढ़ानी-घटानी है।

नेशनल पेंशन स्कीम में मिलने वाले ब्याज पर टैक्स नहीं लगेगा


इस बदलाव से केंद्र सरकार के आधीन आने वाले लाखों कर्मचारियों को फायदा होगा। दरअसल सरकार ने एनपीएस में लगाया जाने वाला पैसा, उससे आने वाला ब्याज और मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने पर मिलने वाला अमाउंट तीनों को टैक्स फ्री कर दिया है। इसे EEE यानी एग्जेंप्ट-एग्जेंप्ट-एग्जेंप्ट का दर्जा दिया है। एनपीएस में सरकार ने अपने योगदान में भी बढ़ावा किया है, इसे 10 फीसदी से बढ़ाकर 14 फीसदी किया गया है। यह बदलाव भी आज से लागू होगा।
कोरोनरी स्टेंट की कीमत में इजाफा

दिल के मरीजों के लिए उपयोग में आने वाली कोरोनरी स्टेंट की कीमत 2 हजार रुपये तक बढ़ गई है। फरवरी 2017 को कोरोनरी स्टेंट की कीमत 85 फीसदी तक कम हो गया था। इसके करीब दो साल बाद कोरोनरी स्‍टेंट की कीमतों में 10 फीसदी तक का उछाल देखने को मिला है। बता दें कि कोरोनरी स्टेंट की आकृति ट्यूब के समान होती है जिसे हृदय रोग के उपचार के दौरान हृदय में रक्त प्रवाह करने वाली नलिकाओं में लगाया जाता है।

10 फीसदी महंगी होंगी प्राकृतिक गैसें

आज से प्राक्रतिक गैस की कीमतों में भी 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी। इस बढ़ोतरी का सीधा असर आप पर पड़ेगा, दरअसल प्राकृतिक गैस महंगी होने से सीएनजी (CNG) और पाइप वाली रसोई गैस (PNG) महंगी हो जाएगी। इसके साथ ही यूरिया उत्पादन की लागत भी बढ़ जाएगी। बता दें कि प्राकृतिक गैस की कीमतों का यह तीन साल का उच्चतम स्तर होगा। अप्रैल-सितंबर में नैचुरल गैस कीमत $3.36/MMBtu से बढ़कर $3.69/MMBtu हो गई है। आपको बता दें कि नई डॉमेस्टिक गैस पॉलिसी 2014 के मुताबिक नेचुरल गैस की कीमतें हर 6 माह पर तय की जाती हैं।

टाटा, महिंद्रा समेत कई कंपनियों की गाड़ियां महंगी हो जाएंगी

अगर आप कार खरीदने की सोच रहे हैं तो आपको पहले के मुकाबले ज्‍यादा कीमत चुकानी होगी। दरअसल, कई ऑटो कंपनियों ने काम की कीमतें बढ़ा दी हैं। जिन कंपनियों ने मुख्‍य रूप से कार की कीमतों में इजाफा किया है उनमें महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, जगुआर लैंड रोवर इंडिया और Toyota Kirloskar Motors शामिल हैं। टाटा मोटर्स की कार 25,000 रुपये तक महंगी हो सकती हैं। जबकि जगुआर लैंड रोवर इंडिया (जेएलआर) चुनिंदा मॉडलों की कीमत में 4 फीसदी तक की बढ़ोतरी करेगी। इसी तरह महिंद्रा एंड महिंद्रा ने भी अपने वाहनों की कीमतें अप्रैल से पांच हजार रुपये से 73 हजार रुपये तक बढ़ाने की घोषणा की थी। निसान इंडिया डैटसन गो और गो प्लस के दाम 4 प्रतिशत तक बढ़ाने वाली है।

मोटर इंश्योरेंस के नहीं चुकाने होंगे ज्यादा पैसे

नए फाइनेंशियल ईयर में थर्ड पार्टी मोटर बीमा प्रीमियम फिलहाल नहीं बढ़ने जा रहा है। आमतौर पर 1 अप्रैल से मोटर इंश्योरेंस प्रीमयम बढ़ जाती है, लेकिन इस साल ऐसा नहीं होगा। दरअसल आईआरडीएआई का प्रीमियम में बदलाव नहीं करने का फैसला है। वित्त वर्ष 2019-2020 के लिए थर्ड पार्टी प्रीमियम में बदलाव नहीं किया जा रहा है। प्रीमियम नहीं बढ़ने से गाड़ी मालिकों को राहत मिली।

आज देश को तीसरा सबसे बड़ा बैंक मिल जाएगा


बैंक ऑफ बड़ौदा, देना बैंक, विजया बैंक का विलय होने से आज देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक मिल जाएगा। इस साल जनवरी में सरकार ने पब्‍लिक सेक्‍टर के दो बैंक- देना बैंक और विजया बैंक के बैंकों बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय को मंजूरी दी थी। आज होने वाले इस विलय के बाद देना बैंक और विजया बैंक के कर्मचारी, खाते, शेयर आदि बैंक ऑफ बड़ौदा के अधीन हो जाएंगे। बता दें इस विलय का असर तीनों बैंकों के करोड़ों ग्राहकों पर पड़ेगा।

ट्रेन टिकट की रकम हो सकेगी रिफंड

रेलवे आज से यात्रियों के लिए एक नई सुविधा की शुरुआत कर रहा है। रेलवे अब अपने यात्रियों के लिए संयुक्त पैसेंजर नेम रेकॉर्ड जारी करेगा। इसे ऐसे समझें कि अगर आप एक ट्रेन से यात्रा के बाद दूसरी ट्रेन में सफर करेंगे तो इन दोनों यात्राओं के लिए आपको एक ही पीएनआर जारी किया जाएगा। इस नए नियम के आने से अगर पहली ट्रेन लेट होने के कारण अगली ट्रेन छूट जाती है तो उन्हें अगली यात्रा का पूरा पैसा रिफंड मिलेगा।

नौकरी बदलने पर अपने आप ट्रांसफर हो जाएगा पीएफ


नए वित्तीय वर्ष में ईपीएफओ के नए नियम भी आज से लागू हो जाएंगे। इसके तहत नौकरी बदलने पर आपके पीएफ का पैसा अपने आप ट्रांसफर हो जाएगा। अभी ईपीएफओ के सदस्यों को UAN (यूनिवर्सल अकाउंट नंबर) रखने के बाद भी पीएफ ट्रांसफर करने के लिए अलग से आवेदन करना पड़ता है। ईपीएफओ के पास हर साल ट्रांसफर के करीब 8 लाख आवेदन आते हैं।

टीडीएस की सीमा बढ़कर 40 हजार होगी

नए वित्तीय वर्ष में ब्याज से होने वाली आय पर टीडीएस की सीमा सालाना 10 हजार रुपये से बढ़कर 40 हजार रुपये हो गई है। इससे बैंक और डाकघर के वरिष्ठ नागरिकों और छोटे जमाकर्ताओं को फायदा होगा। अभी तक ये जमाकर्ता 10 हजार रुपये प्रति वर्ष तक की ब्याज आय पर कटे कर का रिफंड मांग सकते थे।