ब्रिटेन में मिले कोरोना के नए किस्म से लोगों में दहशत, कई जगहों पर लगाई गई पाबंदियां

लंदन और इसके आस-पास के इलाकों में कोविड-19 (Covid-19) के एक नए वैरिएंट मिलने के बाद स्थिति और खराब हो रही है। इसको देखते हुए लंदन समेत दक्षिण इंग्‍लैंड में पाबंदियों को बढ़ाने का फैसला लिया गया है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शनिवार को राजधानी में एक बार फिर नवंबर जैसे राष्ट्रीय लॉकडाउन प्रतिबंध लागू कर दिया। वहीं, क्रिसमस के दौरान प्रतिबंधों में दी जाने वाली छूट को भी रद्द कर दिया गया है। क्रिसमस का त्‍यौहार मनाने के लिए लोगों को एक ही दिन का समय दिया गया है। पहले पांच दिनों की छूट दी गई थी।

जॉनसन का कहना है कि क्रिसमस के जश्‍न को लेकर पहले दी गई छूट को वापस लेते हुए उन्‍हें अच्‍छा नहीं लग रहा है, लेकिन ये जरूरी है। उन्‍होंने ये भी कहा है कि हम अगले वर्ष क्रिसमस को पूरी धूमधाम के साथ अपने लोगों के साथ मना सकें, इसलिए जरूरी है कि आज हम इसको त्‍याग दें। ये सही है कि इस बड़े त्‍योहार पर सभी लोग अपने परिवार के बीच अपने दोस्‍तों के बीच मिलना और रहना पसंद करते हैं, लेकिन इस बार हमें इस पर गंभीरता से विचार करना होगा। उन्‍होंने पत्रकारों से बात करते हुए ये भी कहा कि देश में कोरोना संक्रमण का नया प्रकार तेजी पांव पसार रहा है। इसकी वजह से अस्‍पतालों में काफी मरीज आ रहे हैं।

पीएम जॉनसन ने कहा, वायरस की यह नई किस्म वास्तविक वायरस की तुलना में कम घातक है या नहीं और वैक्सीन इस पर कम प्रभावी होगी, हमारे पास इस बात के सबूत भी नहीं है। हमें इस वायरस के बारे में कम जानकारी है, इसलिए सावधानी बरतने की जरूरत है।

जॉनसन ने कहा, जिस तरह से वायरस बदल रहा है उसी तरह से इससे लड़ने के लिए सरकार को भी अपनी रणनीति बदलनी जरूरी होगी। अभी भी बहुत कुछ हमें पता नहीं है। हमें यह मालूम है कि यह नया वायरस तेजी से फैल रहा है, लेकिन हमें यह नहीं मालूम कि यह घातक है या नहीं। साथ ही हमें यह भी नहीं मालूम कि इस नए वायरस पर वैक्सीन का प्रभाव होगा या नहीं।

जॉनसन ने कहा, 'हमारे विशेषज्ञ वायरस के इस नए किस्म की हमारी समझ को बेहतर बनाने के लिए अपना काम जारी रखेंगे। इसलिए हम इसके बारे में और अधिक सीख रहे हैं। लेकिन हम पहले से ही यह जान चुके हैं कि अब हमें कुछ कड़े कदम उठाने चाहिए।'

जॉनसन ने इस बात पर भी चिंता जाहिर की है कि कोरोना वायरस का ये नया स्‍ट्रेल 70 फीसद से अधिक संक्रामक हो सकता है। सरकार के चीफ साइंटिफिक एडवाइजर सर पैट्रिक वैलेंस्‍के मुताबिक वायरस अपना रूप बदलता रहता है, लेकिन लंदन में मिलने वाला स्‍ट्रेन इस मामले में काफी अहम है। उन्‍होंने इसबात से भी इनकार नहीं किया है कि इस तरह का स्‍ट्रेन दूसरे देशों में भी हो सकता है। लेकिन इसकी शुरुआत लंदन से हुई है या ये कहीं बाहर से आया है इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है। ये स्‍ट्रेन कितना खतरनाक है इसको जानने के लिए इसकी फिर से सीक्वेंसिग करनी होगी, जिस पर काम चल रहा है।

जॉनसन ने कोविड-19 अलर्ट सिस्टम में चौथे टियर को बनाने का एलान किया, जिसमें इंग्लैंड के कस्बे और क्षेत्र आएंगे। लंदन तीसरे टियर में रहा है, जहां सबसे कड़े प्रतिबंध लागू थे। हालांकि, वायरस का प्रसार फिर से होने पर इसे चौथे टियर में स्थानांतरित कर दिया गया। वहीं, नए प्रतिबंध रविवार सुबह से लेकर दिसंबर के अंत तक जारी रहेंगे। इसके बाद एक बार फिर से स्थिति का आंकलन किया जाएगा और उसके बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा।