नीट-यूजी पेपर लीक: CBI ने एम्स पटना से 4 छात्रों को हिरासत में लिया, पूछताछ जारी

पटना। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार (17 जुलाई) को नीट-यूजी पेपर लीक मामले में पटना एम्स से चार मेडिकल छात्रों को हिरासत में लिया। हिरासत में लिए गए लोगों में तीन तीसरे वर्ष के छात्र हैं और एक दूसरे वर्ष का छात्र है। सूत्रों ने बताया कि बिहार में पटना एम्स के निदेशक ने इस घटनाक्रम की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि सीबीआई फिलहाल सभी हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ कर रही है और जांच एजेंसी ने उनके कमरे भी सील कर दिए हैं।

अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने मंगलवार 16 जुलाई को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जमशेदपुर के 2017 बैच के सिविल इंजीनियर पंकज कुमार उर्फ आदित्य को गिरफ्तार किया था, जिसने हजारीबाग में एनटीए ट्रंक से कथित तौर पर नीट-यूजी का पेपर चुराया था। उन्होंने बताया कि बोकारो निवासी कुमार को पटना से गिरफ्तार किया गया। सीबीआई ने राजू सिंह नामक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है, जिसने कथित तौर पर पेपर चुराने में कुमार की मदद की थी। सिंह को हजारीबाग से गिरफ्तार किया गया।

मेडिकल प्रवेश परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही सीबीआई ने छह एफआईआर दर्ज की हैं। बिहार की एफआईआर पेपर लीक से संबंधित है, जबकि गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र की बाकी एफआईआर उम्मीदवारों के प्रतिरूपण और धोखाधड़ी से संबंधित हैं।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के संदर्भ पर एजेंसी की अपनी एफआईआर NEET-UG 2024 में कथित अनियमितताओं की व्यापक जांच से संबंधित है।

NEET-UG का आयोजन NTA द्वारा सरकारी और निजी संस्थानों में MBBS, BDS, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए किया जाता है। इस साल, परीक्षा 5 मई को 571 शहरों में 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी, जिसमें 14 विदेशी भी शामिल थे। परीक्षा के लिए 23 लाख से अधिक उम्मीदवार उपस्थित हुए थे।

यहां यह बताना उचित होगा कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही सीबीआई ने छह एफआईआर दर्ज की हैं। बिहार की एफआईआर पेपर लीक होने से संबंधित है, जबकि गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र की बाकी एफआईआर उम्मीदवारों के प्रतिरूपण और धोखाधड़ी से जुड़ी हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के संदर्भ पर एजेंसी की अपनी एफआईआर NEET-UG 2024 में कथित अनियमितताओं की व्यापक जांच से संबंधित है। NEET-UG का आयोजन NTA द्वारा सरकारी और निजी संस्थानों में MBBS, BDS, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए किया जाता है। इस साल, परीक्षा 5 मई को 571 शहरों में 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी, जिनमें 14 विदेशी भी शामिल थे। परीक्षा के लिए 23 लाख से अधिक उम्मीदवार उपस्थित हुए थे।