भारत में कोरोना की तीसरी लहर किस वजह से आ सकती है, केंद्र सरकार ने संसद में दी जानकारी

केंद्र सरकार ने शुक्रवार को लोकसभा में बताया कि देश में कोरोना की तीसरी लहर किस वजह से दस्‍तक दे सकती है। एक सवाल के लिखित जवाब में केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि कोरोना महामारी की तीसरी लहर या तो वायरस में बदलाव की वजह से या अतिसंवेदनशील आबादी के कारण आ सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि यह महामारी के प्रबंधन के लिए विभिन्न औषधीय और गैर-औषधीय उपायों पर भी निर्भर है। मंडाविया ने कहा कि टीकाकरण रोग को गंभीर होने से बचाता है और प्रतिरक्षा में भी मददगार है। यह भविष्य में भी महामारी के प्रभाव को कम करने में मददगार होगा।

केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने यह भी कहा कि देश में टीकाकरण के लिए इस्‍तेमाल किए जा रहे टीके संक्रमण के खिलाफ पर्याप्त सुरक्षा देते हैं। ये अस्पताल में भर्ती होने के मामलों को रोकने में सहायक हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा डेल्टा वैरिएंट के रूप में कोरोना की तीसरी लहर आने को लेकर चेतावनियों पर मंडाविया ने स्पष्ट किया कि भारत या विश्व स्तर पर कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि यह बड़ी संख्‍या में बच्‍चों को संक्रमित करती है। उन्होंने कहा कि दुनिया भर में कोरोना की कई लहरें देखी गई हैं।

वहीं लोकसभा में स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती प्रवीण पवार ने एक सवाल के लिखित जवाब में बताया कि 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों के टीकाकरण को पूरा करने की कोई निश्चित समय सीमा तय नहीं की जा सकती है लेकिन इस साल दिसंबर इसके पूरा होने जाने की उम्मीद है।

कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लोकसभा में पूछे गए सवालों का सरकार ने लिखित जवाब दिया है। इससे वैक्सीन की कमी का खुलासा भी हुआ है, क्योंकि सरकार ने अपने जवाब में कहा है कि अगस्त से दिसंबर तक वैक्सीन के 135 करोड़ डोज ही उपलब्ध हो पाएंगे। इससे पहले मई में कहा गया था कि अगस्त से दिसंबर के बीच 215 करोड़ डोज उपलब्ध हो जाएंगे।

प्रवीण पवार ने यह भी बताया कि चौथे सीरो सर्वे में छह साल से अधिक उम्र के 67.6% व्यक्तियों में कोरोना एंटीबाडी पाई गई है। यह सीरो सर्वे 14 जून से 6 जुलाई के बीच देश के 20 राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश के 70 जिलों में कराया गया था।

आपको बता दे, देश में शुक्रवार को कोरोना के 39,496 नए मरीजों की पहचान हुई है। इस दौरान 35,124 मरीज ठीक भी हुए और 541 मरीजों की मौत भी हुई है। इस तरह एक्टिव केस यानी इलाज करा रहे संक्रमितों के आंकड़े में 3,831 की बढ़ोतरी रिकॉर्ड की गई।

अब तक कुल संक्रमित हो चुके: 3.13 करोड़
अब तक ठीक हुए: 3.04 करोड़
अब तक कुल मौतें: 4.20 लाख
अभी इलाज करा रहे मरीजों की कुल संख्या: 4.03 लाख