भारत की यात्रा पर आए सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन सऊद का बुधवार को राष्ट्रपति भवन में भव्य स्वागत हुआ। सूत्रों के मुताबिक इस मौके पर क्राउन प्रिंस ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बड़े भाई की तरह सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि हम दोनों भाई हैं। वह बड़े और मैं उनका छोटा भाई हूं।
इससे पहले सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद मंगलवार रात को दो दिनों की भारत यात्रा पर पहुंचे, जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रोटोकॉल से तोड़ते हुए एयरपोर्ट पर उनकी आगवानी की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट में कहा कि प्रोटोकाल से अलग हटते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वयं सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अजीज की आगवानी की। सऊदी अरब के शहजादे भारत की पहली द्विपक्षीय यात्रा पर आए हैं। भारत और सऊदी अरब के बीच पांच समझौतों पर हस्ताक्षर हो सकते हैं। सलमान भारत में 30 घंटे रहेंगे।
मोदी और क्राउन प्रिंस के बीच डेलीगेशन लेवल की बातचीत होनी है। अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, सऊदी अरब, कश्मीर और सीमा पार आतंकवाद के मामले पर पाकिस्तान की बात स्वीकार नहीं कर रहा है। ऐसे में पाकिस्तान समर्थित आतंकी समूहों के मामले को भारत पुरजोर तरीके से उठाएगा।
इस यात्रा के दौरान पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का विषय एक प्रमुख मुद्दा रहेगा। साथ ही दोनों देश रक्षा संबंधों में बढ़ोतरी पर भी चर्चा करेंगे जिसमें संयुक्त नौसेना अभ्यास शामिल है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दक्षिण एशिया के दौरे की शुरुआत में रविवार को इस्लामाबाद पहुंचे शहजादे सोमवार को सऊदी अरब लौट गए थे। भारत ने उनके पाकिस्तान से यहां के दौरे पर आने को लेकर आपत्ति जताई थी। सऊदी अरब के शहजादे ऐसे समय में भारत की यात्रा पर आए हैं जब कुछ ही दिन पहले पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमला किया था जिसमें 40 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि प्रिंस के इस दौरे के वक्त दोनों देशों के बीच पांच समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। इनमें निवेश, पर्यटन, हाउसिंग, सूचना और प्रसारण जैसे क्षेत्र शामिल हैं। सऊदी अरब ने पाकिस्तान के साथ 20 अरब डॉलर (करीब 1 लाख 43 हजार करोड़ रुपए) की डील की है। सऊदी अरब पाकिस्तान को पहले से ही छह बिलियन डॉलर (करीब 43 हजार करोड़ रुपए) का कर्ज दे चुका है।
क्राउन प्रिंस के दौरे से पहले सऊदी अरब के विदेश मंत्री एडल-अल-जुबैर ने कहा कि प्रिंस भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने की कोशिश करेंगे। पुलवामा हमले के बाद यह अपने चरम पर है। सऊदी अरब भारत का चौथा सबसे बड़ा कारोबारी पार्टनर है। 2017-18 के दौरान दोनों देशों के बीच 1.95 लाख करोड़ का सालाना कारोबार हो रहा था। सऊदी अरब भारत की कुल जरूरत का 17 फीसद कच्चा तेल और 32 फीसद एलपीजी मुहैया करा रहा है।
एजेंसी के सूत्रों का कहना है कि भारत में 30 घंटे के प्रवास के बाद प्रिंस सलमान चीन के दौरे पर जा सकते हैं। प्रिंस के पहले पाक, फिर भारत और उसके बाद चीन के दौरे रणनीतिक दृष्टिकोण से अहम माना जा रहा है।