नागपंचमी 2020 / यह कहानी नहीं, हकीकत है, ट्रक से कुचलकर मर गया था नाग तो नागिन ने भी उसी जगह दी जान

आज नागदेवता की पूजा करने का विशेष दिन अर्थात नागपंचमी हैं जो कि हर साल सावन शुक्ल पंचमी को आती हैं। आज के दिन नागदेवता की पूजा की जाती हैं। ऐसे में आज हम आपको साल 2015 में ग्वालियर के ट्रांसपोर्ट नगर में हुई एक घटना के बारे में बताने जा रहे है। यहां ट्रांसपोर्ट नगर में गेट नंबर एक के पास नाग-नागिन रोड पार कर रहे थे। इसी बीच अचानक ट्रक के नीचे आ जाने से नाग की मौत हो गई। नाग की मौत के बाद नागिन वहीं रोड पर बैठ गई। कई लोगों ने नागिन को हटाने का प्रयास किया पर नागिन टस से मस नहीं हुई।

घटना से आगरा-मुंबई राजमार्ग के दोनों ओर लंबा जाम लग गया। प्रशासन ने मशक्कत के बाद सांप पकड़ने वालों की मदद से नागिन को वहां से हटाया। बाद में नागिन को जंगल में ले जाकर छोड़ दिया। लेकिन, दूसरे दिन नागिन ने भी नाग के मरने की जगह पर आकर दम तोड़ दिया। यह कहानी नहीं, एक हकीकत है। नाग-नागिन के इस प्रेमी जोड़े का मंदिर भी बनाया गया है। जहां हिंदू मुस्लिम एक साथ पूजा करते हैं।

जैसे ही शहर में हुई इस घटना के बारे में लोगों को पता चला तो हजारों की संख्या में लोग जमा हो गए। ऐसे में नाग-नागिन का विधि-विधान से अंतिम संस्कार किया गया। लोग भस्म को गंगा नदी में विसर्जित करने के लिए ले गए। उसके बाद वहां से श्रद्धालुओं ने सती नागिन का मंदिर बनवाया। जहां रोज़ाना हिंदू मुस्लिम एक साथ पूजा करते हैं। वहीं, हर साल नागपंचमी के दिन उनकी बड़ी धूम-धाम से मेले का आयोजन किया जाता है। लेकिन इस बार लॉकडाउन के चलते सिर्फ पूजा करने की इजाजत प्रशासन द्वारा दी गई है।