पिछले पांच वर्षों में कई योजनाएं शुरू करने के बावजूद लोकसभा चुनाव में महागठबंधन को अपेक्षित सफलता नहीं मिल सकी। तब आरोप लगाया गया था कि झूठी कहानी फैलाकर बीजेपी को हराया गया, लेकिन महागठबंधन सरकार ने इस सारे झूठे प्रचार का रामबाण इलाज ढूंढ लिया! पिछले बजट में महागठबंधन सरकार ने मुख्यमंत्री लड़की बहिन योजना शुरू कर राज्य की करीब दो करोड़ बहनों को रक्षाबंधन का अनोखा तोहफा दिया था। आगामी विधानसभा चुनाव में यह योजना मास्टरस्ट्रोक साबित होने की संभावना राजनीतिक विश्लेषक जता रहे हैं।
सरकार प्यारी बहनों के साथ खड़ीयह महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा होने और आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार द्वारा 1500 रुपये प्रति माह देने की योजना है। इसे 17 अगस्त को रक्षा बंधन के अवसर पर लॉन्च किया गया था। सरकार अब तक इस योजना की पांच किस्तों का भुगतान नवंबर का अग्रिम भुगतान कर चुकी है। इसके अलावा हर पात्र बहन को इस योजना का लाभ मिल सके इसके लिए इस योजना को अब तक दो बार बढ़ाया जा चुका है।
दो करोड़ बहनों को लाभ हुआमहाराष्ट्र में बीजेपी अपनी बहनों के पीछे भाई की तरह मजबूती से खड़ी रही। विरोधियों की नकारात्मक टिप्पणियों के बाद भी कि यह योजना सिर्फ चुनावी हथकंडा है, यह बंद हो जाएगी, 1500 में क्या होगा? महिलाओं ने इसे नजरअंदाज कर दिया और इस योजना पर सहज प्रतिक्रिया दी। सरकार ने बताया कि इस योजना का लाभ दो करोड़ से ज्यादा महिलाओं को दिया गया है।
भविष्य में वेतन वृद्धि पर विचाररक्षाबंधन के मौके पर उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने इस योजना की नींव रखी। हालांकि विरोधी योजना की आलोचना कर रहे हैं, लेकिन रक्षाबंधन से यह योजना सीधे भविष्य में चली गई है। सरकार ने विश्वास जताया कि यह आगे भी जारी रहेगी। इसके अलावा महायुति सरकार ने इस योजना का पारिश्रमिक 1.5 हजार से बढ़ाकर 2 हजार, 2.5 हजार, 3 हजार करने का भी इरादा जताया है।
सफलता की कई कहानियां सामने आईयह योजना 12 साल पहले स्वर्गीय श्री मनोहर पर्रिकर (गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री) द्वारा शुरू की गई थी और बाद में इसे मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उड़ीसा और अब महाराष्ट्र में लागू किया गया था। लड़की बहिन योजना के लिए अब तक 7,500 रुपये की पांच किश्तें दी जा चुकी हैं। इन पैसों से कई बहनों ने दुनिया को अपना योगदान दिया और कुछ ने अपने सपने पूरे किए। इन साढ़े सात हजार रुपये से छोटे-बड़े कारोबार शुरू करने वाली कुछ प्यारी बहनों की सफलता की कहानियां भी सामने आने लगी हैं।
दिसंबर में छठा सप्ताह आ रहालड़की बहिन योजना की छठी किस्त जल्द यानी दिसंबर में मिलेगी। चूँकि इस योजना के लिए धनराशि बजट में ही उपलब्ध करा दी गई है, इसलिए सरकार का यह कहना कि यह योजना बंद हो जायेगी, केवल विपक्ष की मनगढ़ंत बात है। योजना के शुभारंभ के बाद, लाभार्थी महिलाओं ने फिर से महायुति सरकार को सत्ता में लाने की बात कही। इस योजना से महागठबंधन सरकार का पलड़ा भारी माना जा रहा है।
योजना के लिए सरकार ने 46 करोड़ का प्रावधानविरोधियों का आरोप है कि ये योजना सिर्फ चुनाव के लिए है, लेकिन पिछले बजट में इस योजना के लिए 46 हजार करोड़ रुपये आवंटित किये जाने से यह साफ हो गया है कि यह योजना हमेशा चलती रहेगी। इसके अलावा सरकार की ओर से यह भी कहा जा रहा है कि इस केले का राज्य के आर्थिक स्तर पर कोई असर नहीं पड़ेगा।