19 किलो सामान के साथ बॉर्डर पर गश्त लगाएंगे महेंद्र सिंह धोनी, हाथ में थामेंगे AK-47

भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर, पूर्व कप्तान और लेफ्टिनेंट कर्नल (मानद) महेंद्र सिंह धोनी का मिशन कश्मीर आज से शुरू होने जा रहा है। वेस्टइंडीज दौरे पर जाने की बजाय धोनी 15 दिन 31 जुलाई से 15 अगस्त तक पैरा कमांडो बटालियन में रहेंगे और वह यहां पर सैनिकों के साथ गश्त लगाएंगे। दैनिक भास्कर की खबर के अनुसार धोनी 19 किलो वजन के साथ चलेंगे। उनके इस वजन में करीब 5 किलो भार तो 3 मैग्जीन का ही होगा। इसके अलावा 3 किलो की वर्दी, 2 किलो के जूते, 1 किलो का हेलमेट, 4 किलो की बुलेट प्रूफ जैकेट और करीब 4 किलो के ग्रेनेड होंगे।

बताया जा रहा है कि महेंद्र सिंह धोनी की पोस्टिंग दक्षिण कश्मीर के अवंतीपोरा में हो रही है। अवंतीपोरा पिछले कुछ समय से आतंकी गतिविधियों का हब रहा है, ऐसे में धोनी की पोस्टिंग एक अहम जगह हो रही है। धोनी की तैनाती जिस बटालियन में हैं, वहां पर देश के हर इलाकों से आए करीब 700 सैनिक हैं, जिसमें गोरखा, सिख, राजपूत जैसी सभी रेजीमेंट के सैनिक हैं। धोनी श्रीनगर के बादामी बाग कैंट एरिया में 8 से 10 सैनिकों के दस्‍ते में गश्त करेंगे। उन्हें बुलेटप्रूफ जैकेट, एके-47 और ग्रेनेड दिए जाएंगे। धोनी को बतौर गार्ड यूनिट की रखवाली का काम मिलेगा। जो 4-4 घंटे की दो शिफ्ट में होता है। यह डे और नाइट ड्यूटी होती है। डे ड्यूटी होने पर पूर्व भारतीय कप्तान को सुबह चार बजे उठना होगा और रात की ड्यूटी पर उन्हें सुबह उठने पर छूट मिल सकती है। धोनी को बंकर में भी खड़ा रहना पड़ सकता है, जो दो-दो घंटे की शिफ्ट में तीन बार होगा।

गौरतलब है कि धोनी टेरिटोरियल आर्मी की पैराशूट रेजिमेंट में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। इसी ट्रेनिंग का हिस्सा होने की वजह से उन्होंने BCCI को पहले ही लिख दिया था कि वह वेस्टइंडीज़ दौरे पर टीम का हिस्सा नहीं रहेंगे।

बता दे, लेफ्टिनेंट कर्नल (मानद) महेंद्र सिंह धोनी 2015 में क्वालिफाइड पैराट्रूपर बने थे, उसके बाद उन्होंने आगरा में ट्रेनिंग भी ली थी। जहां उन्होंने आर्मी के विमान से 5 बार पैराशूट के साथ छलांग लगाई थी। सेना के प्रति धोनी का प्यार किसी से छिपा नहीं है, वह पहले भी कई बार कह चुके हैं कि क्रिकेट के बाद वह सेना को भरपूर समय देना चाहेंगे।

माही ने पहले ट्रेनिंग के लिए सेना से परमिशन मांगी थी, जिसके बाद सेना प्रमुख बिपिन रावत ने उन्हें इसकी मंजूरी दी और उनका विक्टर फोर्स के साथ ट्रेनिंग करना फाइनल हुआ। इससे पहले भी धोनी कई बार आर्मी कैंप, ट्रेनिंग का हिस्सा बन चुके हैं। लेकिन इतनी लंबी ट्रेनिंग और ऐसी जगह पर पोस्टिंग पहली बार ही हुई है, यही कारण है कि हर किसी की नज़र धोनी पर है।