MP Corona: शिवराज ने कमलनाथ से पूछा 'क्या किया जाए?', तो नेता प्रतिपक्ष ने कहा - 'गांवों पर फोकस करें'

मध्यप्रदेश में शनिवार को 7,571 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। 11,973 लोग ठीक हुए और 72 की मौत हो गई। अब तक 7.24 लाख लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 6.24 लाख लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 6,913 लोगों की मौत हो चुकी है। 99,970 मरीज ऐसे हैं जिनका इलाज चल रहा है। इस बीच शनिवार को कोरोना के हालात के बारे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ के साथ बातचीत की। इस दौरान कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कर्फ्यू को ज़रूरी बताते हुए उन्होंने सरकार की कोशिशों पर कांग्रेस से समर्थन भी चाहा। इस मामले पर कमलनाथ ने विपक्ष का पूरा साथ सरकार को मिलने का भरोसा दिया।

ग्रामीण इलाकों में कोरोना के हालात चिंताजनक

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चौहान के साथ चर्चा में कहा कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार जो ज़रूरी कदम उठाएगी, कांग्रेस वहां समर्थन देगी। ग्रामीण इलाकों में कोरोना के हालात चिंताजनक हैं इसलिए वहां स्वास्थ्य सेवाओं को समय रहते बढ़ाना ज़रूरी है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने कहा कि ब्लैक फंगस की रोकथाम के लिए ज़रूरी दवाओं को जुटाने की तरफ भी सरकार को ध्यान देकर सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए। प्रदेश के हर व्यक्ति को समय पर वैक्सीन दिए जाने की मांग भी कमलनाथ ने सीएम से की।

सीएम शिवराज ने केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात एमपी कैडर के अफसरों से भी चर्चा की। चौहान ने कोरोना संकटकाल में केंद्र से मदद के लिए केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गए आईएएस, आईपीएस और आईएफएस अफसरों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए चर्चा की। मुख्यमंत्री ने सरकार की रणनीति की जानकारी भी अफसरों को दी।

साथ ही, अफसरों से कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सुझाव भी मांगे। मुख्यमंत्री ने सीनियर आईएएस अफसरों के अनुभव और योग्यता को प्रदेश के लिए ज़रूरी बताते हुए कहा कि केंद्र से मिलने वाली मदद में मध्यप्रदेश के लिए तत्परता से फैसले लिये जाएं।

सीएम शिवराज ने केंद्र से मांगे 24 हजार इंजेक्शन

प्रदेश में कोरोना संक्रमण से ठीक हो रहे लोगों के लिए ब्लैक फंगस जानलेवा साबित हो रहा है। इस बीमारी से निपटने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ब्लैक फंगस के इलाज के लिए जरूरी एंटीवायरल इंजेक्शन की आपूर्ति को पूरा करने की कोशिशें तेज कर दी हैं। इस मामले को लेकर सीएम शिवराज ने केंद्रीय उर्वरक और रसायन राज्य मंत्री मनसुख मांडवीया से फोन पर चर्चा की।

सीएम शिवराज ने केंद्र सरकार से प्रदेश को ब्लैक फंगस में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन एम्फोथेरेसिन की मांग की। शिवराज ने कहा है कि प्रदेश को तत्काल 24000 इंजेक्शन की आपूर्ति की जाए। राज्य सरकार की इस मांग को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडवीया को पत्र भी लिखा है।

प्रदेश की राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल में तीन दिन पहले शुरू 20 बिस्तर का म्यूकर वार्ड तीन दिन में ही फुल हो गया। खास है, यहां नॉन म्यूकर मरीज के लिए आरक्षित 10 बेड में से 5 बेड पर ब्लैक फंगस के मरीजों को भर्ती करना पड़ा है।

हमीदिया में 9 मरीज कोविड वार्ड में भर्ती हैं। ये सभी कोरोना के साथ ब्लैक फंगस से पीड़ित हैं। हमीदिया में शनिवार तक ब्लैक फंगस के कुल 34 मरीज कोविड और नॉन कोविड वार्ड में भर्ती हैं।

डॉक्टरों का कहना है कि अस्पताल में रोज 5 मरीज ब्लैक फंगस के आ रहे हैं। अब चिंता सता रही है, यदि ईएनटी के नॉन म्यूकर मरीज आते हैं, तो उनको कहां भर्ती करेंगे।

दिग्विजय सिंह ने लिखा सीएम को पत्र


कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज को पत्र लिखकर ब्लैक फंगस के लिए जरूरी इंजेक्शन की कालाबाजारी और नकली इंजेक्शन का कारोबार शुरू होने का अंदेशा जताया है।

दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज से अनुरोध किया है कि ब्लैक फंगस के इलाज के लिए जरूरी इंजेक्शन मरीजों को अस्पतालों के जरिए उपलब्ध कराए जाएं। इसकी कालाबाजारी और नकली दवा के कारोबार को रोकने के लिए सरकार की तरफ से सख्त कदम उठाए जाए।

सिंह ने अपने पत्र में कहा है कि इस बीमारी के इलाज के लिए जरूरी एंटी फंगल इंजेक्शन बाजार से गायब हो गए हैं और उनके परिजन भटक रहे हैं। ऐसे में सरकार कड़े और ठोस कदम उठाए