MP News: खजाने की लालच में बदमाशों ने खोद डाला पूरा मंदिर, कुछ नहीं मिला तो 5000 रुपए लूटकर भागे

ग्वालियर में लूट करने मंदिर में घुसे बदमाशों को जब पता लगा कि मंदिर में मूर्तियों के नीचे वर्षों पुराना खजाना छिपा है तो उन्होंने पुजारियों को बंधी बनाकर पूरे मंदिर को खोद डाला। हालाकि, बदमाशों को खुदाई में कुछ नहीं मिला। फिर बदमाश पुजारी से 5000 रुपए लूट कर भाग गए।

घटना शनिवार-रविवार दरमियानी रात तिघरा के दुगनावली गांव स्थित काली मंदिर की है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मंदिर की स्थिति देख पुजारियों को मुक्त कराया। पुलिस ने लूट का मामला दर्ज कर लिया है। मंदिर से तीन से चार मूर्तियां भी गायब हैं। मंदिर के बारे में बता दें कि यह काफी पुराना काली माता का मंदिर है। आसपास के कई गांव अफवाह है कि मंदिर में जहां भगवान की मूर्तियां स्थापित हैं, वहां खजाना छिपा है। इसी सिलसिले में शनिवार-रविवार दरमियानी रात 12 बजे करीब 10 से 12 बदमाश मंदिर में वारदात की नीयत से दाखिल हुए।

तिघरा में पंचा का पुरा निवासी कप्तान भगत पास ही दुगनावली काली माता मंदिर में पुजारी हैं। उनके साथ में मुंशी भगत भी हैं। शनिवार रात दोनों मंदिर में सो रहे थे। बदमाशों ने पुजारी कप्तान और मुंशी भगत को बंधक बना लिया। इसके बाद मंदिर में खुदाई शुरू कर दी। जहां-जहां मूर्तियां स्थापित थीं, वहां बदमाशों ने करीब 3 से 4 फीट तक खुदाई की। करीब 5 घंटे तक खुदाई के बाद भी जब कुछ नहीं मिला, तो उन्होंने गुस्से में सुबह पुजारी की जेब में रखे 5,000 रुपए लूटे और भाग गए।

पुजारियों के अनुसार 10 से 12 बदमाश थे। सभी की उम्र 30 से 40 साल के करीब बताई गई है। कद काठी से भी सामान्य थे। सभी ने चेहरे साफी से ढंके हुए थे, इसलिए उनके चेहरे नहीं दिखे हैं। बातचीत से गांव की ही भाषा बोल रहे थे।

तिघरा थाना प्रभारी सुरेश कुमार का कहना है कि मंदिर में खुदाई की है। पुजारियों को बांधा गया है। मामले की जांच की जा रही है। गड़ाधन के लालच में बदमाश आए थे। बदमाश आसपास के गांव के लोग ही हो सकते हैं। क्योंकि इसी गांव के लोगों को अंधविश्वास है कि मंदिर में गड़ा धन है।