श्रीगंगानगर : बच्ची के साथ हौद में कूदी मां, महिला की मौत लेकिन मासूम नहीं डूबी

श्रीगंगानगर के केसरीसिंहपुर के समीपवर्ती गांव धनूर में बीती रात एक हादसे के दौरान एक महिला अपनी डेढ़ वर्षीय बेटी के साथ हौद में कूद गई जिसमें महिला की तो मौत हो गई लेकिन मासूम बच गई। पुलिस के पहुंचने से पहले ही ससुराल और पीहर पक्ष शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए। पुलिस को उन्होंने कानूनी कार्रवाई से इनकार कर दिया।

डेढ़ वर्षीय जाह्नवी मां के साथ डिग्गी में गिरी अवश्य परन्तु केवल शरीर पर खरोंचे ही आईं। ठंड से बचाव के लिए पहना गया कोट उसके बचाव का साधन बन गया। पानी में गिरने के दौरान जाह्नवी मां सोनिया के हाथों से छूट गई और पहना हुआ कोट पानी में फूल कर सहारा बन गया। वह पानी की सतह पर तैरता रहा जबकि सोनिया डिग्गी की गहराई में नीचे पानी में डूब गई जिससे उसकी मौत हो गई।

जानकारी के मुताबिक, 24 साल की सोनिया पत्नी बलराम बीती रात 2 बजे अपनी बेटी जाह्नवी को लेकर कमरे से निकली। पति ने सोचा बच्चे का दूध गर्म करने या टॉयलेट करवाने बाहर गई होगी। करीब 10 मिनट तक वापिस नहीं आने पर वह बाहर आया।

दिखाई नहीं देने पर तलाश किया व आवाजें लगाईं। अनहोनी की आशंका से उसने आंगन में बनी डिग्गी में देखा तो बच्ची पानी में तैर रही थी। शोर सुनकर परिजन भी बाहर आ गए। डिग्गी को खंगालने पर उसमें वह मृत पाई गई।

परिजन बोले मानसिक रूप से बीमार थी सोनिया

​​​​​​ग्रामीणों की सहायता से उसे निकाला गया। वहीं महियावाली स्थित पीहर पक्ष के लोग भी सूचना मिलने पर पहुंच गए। दोनों ने सहमति करते हुए उसका अंतिम संस्कार कर दिया। बताया जा रहा है कि सोनिया पिछले करीब 15 वर्षों से मानसिक रोगी थी। ढाई वर्ष पूर्व ही उसका विवाह हुआ था। इस दौरान भी मानसिक रोग के चलते ससुराल व पीहर पक्ष की ओर से इलाज करवाया जा रहा था।